- मंगलवार और शनिवार को ही होगा टीकाकरण
- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने जारी किया निर्देश
- गोपालगंज में अब 16 जगहों पर होगा टीकाकरण
गोपालगंज: वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है। प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकृत किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान को लेकर रोज रोज नए नए निर्देश जारी किए जा रहे हैं। अब जिले में सप्ताह में 2 दिन ही कोविड-19 टीकाकरण का कार्य किया जाएगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर जिलाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि भारत सरकार के निर्देशानुसार राज्य में 16 जनवरी से कोविड-19 का टीकाकरण किया जा रहा है। अब जिले में सप्ताह में 2 दिन यानी मंगलवार और शनिवार को ही कोविड-19 का टीकाकरण किया जाएगा। 19- 19 को अलग-अलग दिन टीकाकरण के लिए निर्धारित किए गए हैं।
पोर्टल पर रजिस्टर्ड लाभार्थियों को ही दिया जाएगा वैक्सीन:
पत्र के माध्यम से यह निर्देश दिया गया है कि कोविड-19 का टीकाकरण पूर्णता कोविन पोर्टल पर आधारित है। जिले में पोर्टल पर तकनीकी समस्याओं के कारण समय अनुसार सत्रों का निर्धारण नहीं हो पा रहा है। जिससे लाभार्थियों को टीकाकरण कराने के लिए ससमय सूचना प्रदान नहीं हो पा रही है। अतः आवश्यक है कि कोविन पोर्टल पर सत्रों का निर्धारण कम से कम 2 दिन पूर्व ही कर लिया जाए तथा लाभार्थियों को कोविड-19 टीकाकरण कराने के लिए कम से कम 1 दिन पहले सूचित किया जाए। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि किसी भी सत्र का आयोजन ऑफलाइन नहीं किया जाएगा।
16 सत्र स्थलों पर होगा कोविड-19 का टीकाकरण:
जिले में 16 जनवरी से 8 सत्र स्थलों पर प्रथम चरण में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है। अब इसे बढ़ाकर 16 कर दिया गया है। शनिवार से 16 सत्र स्थलों पर कोविड-19 टीकाकरण का कार्य किया जाएगा। इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। साथ ही संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
कोरोना से ठीक हो चुके व्यक्ति को भी वैक्सीन लगवाना है आवश्यक:
सिविल सर्जन डॉ टीएन सिंह ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होने के बाद सही हो चुका है इसके बाद भी उसको वैक्सीन की दोनों डोज लेना आवश्यक है। क्योंकि वैक्सीन उसके शरीर में एक मजबूत प्रतिक्रिया तंत्र को विकसित करने में मदद करेगा। वहीँ संक्रमित व्यक्तियों को लक्षण खत्म होने के 14 दिन बाद तक वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए क्योंकि वह वैक्सीनेशन स्थल पर दूसरों में वायरस फैला सकता है।
पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावकारी है वैक्सीन:
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि आम लोगों पर किसी भी वैक्सीन के प्रयोग से पहले वैक्सीन कंपनी द्वारा किये गए समस्त परीक्षणों की जांच ड्रग नियामक द्वारा की जाती है। जांच के परिणाम उत्साहवर्धक होने के पश्चात ही दवा कंपनी को वैक्सीन के प्रयोग का लाइसेंस प्रदान किया जाता है। इसलिए सभी लाइसेंस प्राप्त कोरोना वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावकारी है। देश में शुरू की गई कोरोना वैक्सीन उतनी ही प्रभावी है जितनी अन्य देशों द्वारा विकसित वैक्सीन वैक्सीन का परीक्षण के विभिन्न चरणों से इसकी सुरक्षा और प्रभाव कार्य सुनिश्चित किया है।
दोनों डोज लेने के 2 सप्ताह बाद कोरोना के प्रति एंटीबॉडी का निर्माण:
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताया गया है वैक्सीन की प्रभावशीलता और कोरोना के प्रति एंटीबाडी विकसित होने के लिए वैक्सीन के दो डोज लेना अति आवश्यक है। वैक्सीन का प्रथम डोज लेने के 4 हफ्ते या 28 दिन बाद ही इसका दूसरा डोज दिया जाएगा। आमतौर पर कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लेने के 2 सप्ताह बाद कोरोना के प्रति एंटीबॉडी का निर्माण शुरू हो जाता है।