गोपालगंज: किसानों पर दमन के खिलाफ किसान सभा ने किया प्रतिवाद मार्च और प्रधानमंत्री का पुतला दहन करने के साथ लगाया नारा। आंदोलनकारी किसानों पर हमला क्यों, नरेंद्र मोदी जवाब दो। किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लो किसान विरोधी तीनो कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर देश भर के किसान सड़क पर है। किसान आंदोलन के समर्थन व किसानों पर हुए बर्बर हमले के खिलाफ गोपालगंज में सभी वामपंथी पार्टियों के साझा नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च निकाला गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। मौनिया चौक पर सभा को संबोधित करते हुए इन्कलाबी नौजवान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष कॉमरेड अजात शत्रु ने कहा कि हम मांग करते है कि किसानों के ऊपर बर्बर हमले के खिलाफ बिहार सरकार सदन में निंदा प्रस्ताव लेकर आये।
अजात शत्रु ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार किसान और नौजवान विरोधी है, भाजपा सरकार ने चुनाव से पूर्व 19 लाख नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था यदि एक महीने में रोजगार देने के पक्ष में बिहार सरकार का आदेश नही आया तो इन्कलाबी नौजवान सभा पूरे प्रदेश में व्यापक जनांदोलन खड़ा करेगा। इनौस नेता जितेंद्र पासवान ने कहा कि कोई भी कानून जनता के लिए बनाया जाता है यह ऐसा कानून है कि इस कानून के खिलाफ जनता सड़को पर है वैसी स्थिति में निश्चित ही कानून को वापस ले लेना चाहिए मगर मोदी सरकार इस कानून को वापस लेने के लिए तैयार नही है
तो वैसी स्थिति में समझ लेना चाहिए कि यह मोदी सरकार कुछ मुट्ठी भर लोगो के लिए यानी कारपोरेट घरानों के लिए यह कानून बनायीं है। देश की जनता किसानों के आंदोलन के साथ है और इस आंदोलन को और आगे बढ़ाया जायेगा। सभा को माकपा जिला सचिव शिवनारायण बारी, प्रमेन्द्र प्रसाद, मुन्ना प्रसाद, भाकपा नेता राघव मिश्रा, नुरुल हसन भाकपा माले नेता जफर जावेद, रीना शर्मा, श्रीराम कुशवाहा, योगेंद्र शर्मा आदि ने भी संबोधित किया।