- भारत सरकार के द्वारा चयनित उच्च प्राथमिकता वाले गांव में किया जा रहा है छिड़काव
- कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है जिला
गोपालगंज: कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले में चयनित गांवों में छिड़काव कार्य शुरू किया गया है। कालाजार से प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है। दवा का छिड़काव बालू मक्खी को मारने के लिए किया जाता है। यह छिड़काव घरों के बरामदा और गौशाला में भी किया जा रहा है। ताकि कालाजार के छिड़काव से बालू मक्खी मर जाए।
सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि भारत सरकार के द्वारा जिले के तीन प्रखंडों के तीन गांवों का उच्च प्राथमिकता के तौर पर चयन किया गया है। जहां पर छिड़काव कार्य शुरू किया गया है। जिले के पंचदेवरी के सिरिसिया, कुचायकोट के महुआवा और भोरे के अमही मिश्रा गांव में छिड़काव किया जा रहा है। छिड़काव कर्मी के द्वारा घर-घर जाकर सिंथैटिक पैराथाइराड पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है।
कालाजार के मरीजों को दी जाती है आर्थिक सहायता:
प्रभारी डीएमओ डॉ. हरेंद्र प्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कालाजार के मरीजों की आर्थिक सहायता हेतु 66 सो रुपए दिया जाता है। वहीं भारत सरकार द्वारा ₹500 अलग से दिया जाता है। उन्हें कुल 7100 रुपयों की आर्थिक सहायता दी जाती है। कालाजार में व्यक्ति को 2 हफ़्तों से ज्यादा बुखार , तिल्ली का बढ़ जाना, भूख नहीं लगना, वजन में कमी, चमड़े पर दाग होना तथा इस बीमारी में खून की कमी बड़ी तेजी से होने लगती है।
अभियान की होगी मॉनिटरिंग:
छिड़काव कार्य योजना के अनुसार सभी कालाजार प्रभावित ग्रामों के सभी घरों, गौशालाओं में छिड़काव कराया जाना है। गुणवत्तापूर्ण छिड़काव की दृष्टि से पर्यवेक्षण अत्यंत आवश्यक है। प्रखंड स्तर पर विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जायेगा। प्रत्येक दिन कार्य समाप्ति के बाद दिन भर के छिड़काव कार्य की मानक के अनुरूप समीक्षा की जायेगी एवं आवश्यक सुधार के लिए निर्देश दिया जायेगा। पैची छिड़काव एवं ओवरलैपिंग पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी। प्रत्येक दल के दल नायक छिड़काव पंजी का संधारण करेंगे । जिसमें घर-घर छिड़काव की सूचना संधारित की जायेगी। साथ ही साथ पंचायत के सदस्य व मुखिया या वार्ड से छिड़काव के बाद प्रमाण पत्र भी प्राप्त करेंगे।