- मुख्य आरोपी सहित तीन हत्यारोपी की अब भी फरार
- थाना क्षेत्र के घूर्णाकुंड मंदिर के पास से हुई गिरफ्तारी
गोपालगंज: जमुनहा बाजार में हुई बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी राजेंद्र सिंह के भाई शिक्षक दिलीप सिंह हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. स्थानीय थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को थाना क्षेत्र के घूर्नाकुंड मंदिर के पास से हत्या में शामिल छः नामजद आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त सूचना के अनुसार, 24 मई की सुबह हुई कारोबारी के भाई की हत्या के मामले में स्थानीय थाने की पुलिस ने जमुनहाँ बाजार निवासी मुन्ना साह उर्फ मुन्ना जायसवाल, बभनी निवासी धनंजय पांडेय व भठवाँ निवासी हरकेश मिश्र को गिरफ्तार किया है. विदित हो कि गिरफ्तार किए गए तीनों लोग इस हत्याकांड में प्राथमिकी अभियुक्त भी हैं।
अन्य आपराधिक मामलों में भी वांछित थे आरोपी
शिक्षक हत्याकांड में गिरफ्तार तीनों आरोपी पहले से थाना क्षेत्र में घटित अन्य मामलों में भी वांछित थे.विदित हो कि गत वर्ष 6 सितंबर को थाना क्षेत्र के पानन खास निवासी एक वृद्ध राम बहादुर शर्मा की हत्या उनके घर के पास ही कर दी गई थी.जिसमें पीड़ित की पुत्री किशनावती देवी के फर्द बयान के आधार पर अज्ञात अपराधियों के विरूद्ध कटेया थाने में कांड संख्या 286/20 दर्ज है. हालांकि, इस हत्याकांड में पुलिस जाँच का नतीजा अब तक सिफर रहा था. वहीं इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस 8 माह पुराने मामले की परतें भी खुलने लगीं हैं. क्योंकि पुलिस की गिरफ्त में आए मुन्ना जायसवाल व धनंजय पांडेय ने राम बहादुर शर्मा हत्याकांड में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. बकौल पुलिस, रामबहादुर शर्मा की हत्या में इन दोनों के अलावा भोरे थाना क्षेत्र के बगहवां निवासी कंचन भगत व पानन खास निवासी मुन्ना मिश्र भी शामिल थे. जिसमें एक आरोपी कंचन भगत की मृत्यु कुछ दिनों पहले हृदयाघात के कारण हो गई थी.
ज्ञातव्य हो कि मृतक रामबहादुर शर्मा पूर्व में हुए एक हत्याकांड में गवाह भी थे, जिसमें मुन्ना मिश्र मुख्य आरोपी था. ऐसे में उस समय भी ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि शर्मा की हत्या कुख्यात मुन्ना मिश्र के ही इशारे पर की गई है। विदित हो कि गत वर्ष 9 सितंबर को व्यवसायी राजेंद्र सिंह ने मुन्ना मिश्र सहित 6 लोगों पर 50लाख की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था. जिसके एवज में कटेया थाने में कांड संख्या 291/20 दर्ज किया गया था. हालांकि, उस वक़्त स्वयं मुन्ना मिश्र ने एक प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र में फोन कर स्वयं के इस रंगदारी मामले में शामिल होने से इंकार किया था. उस वक़्त मुन्ना मिश्र का यह फोन कॉल अखबारों की सुर्खियां बना था. लेकिन अब शिक्षक हत्याकांड में गिरफ्तार भठवाँ निवासी हरकेश मिश्र इस रंगदारी मामले में पहले ही जेल जा चुका है और फिलहाल जमानत पर बाहर था. विदित हो कि शिक्षक दिलीप सिंह हत्याकांड के तार इसी रंगदारी मामले से जुड़े हुए हैं।
हत्यारोपी की पत्नी व बेटा भी कुछ दिन पूर्व भेजे गए थे जेल
शिक्षक हत्याकांड में वांछित पानन खास निवासी अलकेश्वर मिश्र की पत्नी सीमा देवी व पुत्र रौनक मिश्र को भी स्थानीय थाने की पुलिस ने गत 26 मई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. विदित हो कि थाने में दर्ज कांड संख्या 178/ 21 में यह आरोप लगाया गया है कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस जब शिक्षक हत्याकांड के हत्यारोपी अलकेश्वर मिश्र को गिरफ्तार करने उसके घर गई, तो उसकी पत्नी व दो बेटों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की तथा गाली गलौज किया था. नतीजन, पुलिस के गिरफ्त में आने के बावजूद भी अल्केश्वर मिश्र फरार होने में कामयाब रहा था।
पुलिस दो लोगों से कर रही है पूछताछ
शिक्षक हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुन्ना मिश्र की गिरफ्तारी के लिए पुलिस एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है. इस मामले में पुलिस ने मुन्ना मिश्र के भाई अजय मिश्र उर्फ टुनटुन को मंगलवार की सुबह गोरखपुर से हिरासत में लिया है. वहीं सोहनरिया निवासी अकबर मियां के पुत्र इरशाद आलम से भी थाने में पूछताछ की जा रही है।
तीन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
शिक्षक हत्याकांड सहित कई आपराधिक मामले में वांछित कुख्यात मुन्ना मिश्र सहित तीन हत्यारोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. विदित हो कि पूर्व में घटित एक आपराधिक मामले में कुख्यात मुन्ना मिश्र जेल जाने के बाद जमानत पर बाहर था. ऐसे में कुख्यात का बाहर रहना कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बना हुआ है। कटेया थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र ने कहा कि शिक्षक हत्याकांड के बाद से ही पुलिस आरोपियों के संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है. ऐसे में जल्द ही अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।