- खेत जोतने से मना किया तो सभी आरोपितों ने लाठी, डंडे, रॉड, तलवार व फरसे से हमला कर दिया
- एक आरोपित को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया
- घायलों में 35 वर्षीय विजय सिंह की स्थिति गंभीर हो गई थी
- 01 दिसम्बर को रामू राय के टोले में हुआ था जमीन विवाद
- 08 लोगों पर मृतक के पिता ने दर्ज करायी है एफआईआर
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जामो थाने के बरहोगा रामू राय के टोला में जमीन विवाद में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। रामू राय के टोला में एक दिसंबर की सुबह सात बजे बलपूर्वक ट्रैक्टर से जमीन जोतकर दखल करने के विवाद में मारपीट हो गई। इसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों में 35 वर्षीय विजय सिंह की स्थिति गंभीर हो गई थी। प्राथमिक उपचार के बाद पीएचसी के डॉक्टर ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने युवक की स्थिति नाजुक बताते हुए पीएचसीएच रेफर कर दिया। घायल युवक पीएमसीएच के आईसीयू में भर्ती था। उसने रविवार की शाम पांच बजे दम तोड़ दिया। जामो थानाध्यक्ष ध्रुव प्रसाद ने बताया कि घटना को लेकर में गोरख सिंह ने एफआईआर दर्ज करायी है। कहा है कि बुधवार की सुबह सात बजे वह अपने खेत में गए थे। देखा कि पवन सिंह, उमेश यादव, पीयूष सिंह, महेश यादव, प्रशांत कुमार सिंह, नीरज महतो, आशीष कुमार व अभिषेक कुमार महतो उसका खेत जोतवा रहे हैं। उन्होंने खेत जोतने से मना किया तो सभी आरोपितों ने लाठी, डंडे, रॉड, तलवार व फरसे से हमला कर दिया। पवन सिंह ने 35 वर्षीय विजय सिंह के सिर पर वार कर दिया। विजय के घायल अवस्था में जमीन पर गिर जाने पर उमेश यादव ने लोहे के रड से कई वार कर किया। मारपीट होता देख रामनाथ सिंह बचाने आए तो महेश यादव ने तलवार से उन पर हमला कर जख्मी कर दिया। हमले में गोरख सिंह के घर के कई सदस्य जख्मी हो गए। एफआईआर दर्ज करने के बाद थानाध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित अभिषेक कुमार महतो को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया।
मौत की खबर पाते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया
पीएमसीएच में मृतक विजय सिंह के शव का पोस्टमार्टम हुआ है। विजय की मौत की खबर पाते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी रिंकी देवी व उसके दो मासूम बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं उसके माता-पिता व परिजनों के चीत्कार से गांव का माहौल गमगीन हो गया है। एकलौते पुत्र की मौत से जख्मी गोरख सिंह सदमे में हैं। बूढ़े बाप के कंधे पर नौजवान बेटे की अर्थी और दो मासूम बच्चों के रोता हुआ चेहरा देखकर लोगों का कलेजा मुंह को जाता है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गोरख सिंह ने जमीन विवाद का मुकदमा कोर्ट में किया था। कोर्ट द्वारा विपक्षियों को नोटिस भेजा जा चुका है। मुकदमे से आरोपित काफी नाराज थे। इधर आरोपित पवन सिंह के परिजनों का कहना है कि दोनों तरफ से मारपीट हुई थी। उनलोगों के पक्ष के लोग भी जख्मी हुए हैं। हत्या की इस घटना में वह निर्दोष है। क्योंकि यह नहीं पता कि किसकी लाठी विजय सिंह के सिर पर लगी है।