- स्वास्थ्य मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधियों के खिलाफ की नारेबाजी
- दोषी एएनएम को 24 घंटे के अंदर गोरेयाकोठी में योगदान का आदेश
✍️परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ:
गोरेयाकोठी के जामो अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात एएनएम सीमा कुमारी द्वारा प्रसव पीड़िता को धक्का देकर अस्पताल से निकालने के बाद व उसका प्रसव सड़क पर ही होने की जानकारी मिलते ही लोग आक्रोशित हो गए. लोग अस्पताल परिसर पहुंचकर हंगामा मचाना शुरू कर दिए. लोगों का कहना था कि जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के जिले के अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की यह स्थिति है तो अन्य जगहों का भगवान ही मालिक है. लोगों ने प्रदर्शन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. लोगों का कहना था कि अस्पताल का निर्माण हुआ तो लोगों को लगा कि उन्हें अब बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी. लेकिन जिले व स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से अस्पताल रैन बसेरा बन गया है. अस्पताल के एक भाग में कब्जा भी किया गया है. चूंकि अस्पताल में न डॉक्टर समय से आते हैं न ही कोई इसकी पूछताछ करने वाला ही है. सूचना मिलते ही स्थानीय मुखिया सविता देवी भी अस्पताल पहुंच गईं. उन्होंने बंद अस्पताल के गेट में एक ताला जड़ दिया. मुखिया का कहना था कि जब अस्पताल में इलाज की ही सुविधा नहीं है तो फिर इसके खुलने का क्या औचित्य है.
प्रसव कराने वाली महिलाओं की प्रशंसा
जामो बाजार व आसपास के लोग जहां पैसे लेने के बाद भी प्रसव पीड़ा से कराह थी महिला को धक्के देकर बाहर करने वाली एएनएम को कोस रहे हैं. वहीं महिला की स्थिति देख साड़ी का पर्दा लगाकर उसका प्रसव कराने वाली महिलाओं की प्रशंसा भी कर रहे हैं. बाजार की कई महिलाओं में भी एएनएम के खिलाफ उबाल देखा गया. उनका कहना था कि वे सपने में भी नहीं सोच सकतीं कि एक महिला दूसरे के साथ उस स्थिति में ऐसा व्यवहार कर सकती है.
एएनएम को 24 घंटे में योगदान का निर्देश
एएनएम सीमा कुमारी के कृत्य ने गोरेयाकोठी अस्पताल के क्षवि को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है. ऐसे में मुख्यालय में हड़कंप मचा रहा. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सुबोध कुमार ने पूरे मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी. स्वास्थ्य प्रबंधक बीके सिंह ने बताया कि एएनएम का यह रवैया उस पर काफी भारी पड़ने वाला है. तत्काल उसे 24 घंटे के अंदर गोरेयाकोठी मुख्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया गया है.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अपने पत्रांक 329 के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी सिविल सर्जन को देते हुए जघन्य कृत्य बताते हुए कड़ी से कड़ी करवाई करने की अनुशंसा की है. वहीं ज्ञापांक 330 के माध्यम से डॉ.रजिया सुल्तान व एएनएम सीमा कुमारी को प्रेषित करते हुए कहा गया है कि एएनएम ने रुपये लिए व दुर्व्यवहार किया. एएनएम को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए डॉ.रजिया सुल्तान के मंतव्य के साथ 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा गया है.