परवेज़ अख्तर/सिवान:- भाकपा माले सहित एपवा व खेग्रामस द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रवादी कार्यक्रम के तहत जिले के महिला व मजदूरों द्वारा मंगलवार को एपवा की जिला सचिव सोहिला गुप्ता के नेतृत्व में शहर में मार्च निकाला गया। प्रतिवाद मार्च खुरमाबाद स्थित जिला कार्यालय से शुरू होकर शहर के गोपालगंज मोड, पटेल चौक, जेपी चौक, दरबार रोड, अस्पताल मोड़ होते हुए बबुनिया मोड़ पहुंचा। इसके बाद पुन: गोपालगंज मोड़ स्थित आंबेडकर पार्क पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। अपने संबोधन में एपवा जिलाध्यक्ष मालती राम ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर अचानक घोषित किए गए लॉकडाउन के कारण हजारों किलोमीटर दूर से प्रवासी मजदूरों के पैदल चलकर आने के बाद भी सरकार उनको ना तो कोई काम दे रही है और ना ही खाने के लिए राशन।
आज देश में स्थिति ऐसी हो गई है कि जितने लोग कोरोना संक्रमण से नहीं मरे उससे ज्यादा लोग पैदल चलकर व भुखमरी के कारण मरे। सरकार उन मृतकों के स्वजनों को ना तो मुआवजा ही दे रही है और ना ही बाढ़ की विभीषिका झेल रहे लोगों को ही राहत सामग्री दे रही। भाकपा माले जिला सचिव हंसनाथ राम ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन केंद्र व यूपी की सरकार अस्पताल बनाने की जगह मंदिर बनवाने पर जोर दे रही है। सरकार द्वारा निजीकरण किया जा रहा है।
विधायक सत्यदेव राम, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव व जिला सचिव सोहिला गुप्ता ने संयुक्त रूप से कहा कि सभी कल कारखाने बंद होने के कारण प्रवासी मजदूरों व मनरेगा मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। नेताद्वय ने प्रवासी मजदूरों को पांच सौ रुपये दैनिक मजदूरी, दो सौ दिन का काम और न्यूनतम दस हजार लॉकडाउन भत्ता देने तथा स्वयं सहायता समूह व जीविका समूहों से जुड़ी महिलाओं का लोन माफ करने की मांग की। मौके पर शिवनाथ राम, युगुल किशोर ठाकुर, योगेंद्र यादव, जयशंकर पड़ित, नगेंद्र नाथ द्विवेदी, मुलेश कुशवाहा, रविद्र पासवान, मंजिता कौर, कुमांती राम, जयनाथ यादव समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।