परवेज अख्तर/सिवान : शहर के बड़ी मस्जिद स्थित गुरुद्वारा में शुक्रवार को सिक्खों के पहले गुरुनानक देव की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस दिन को सिक्ख धर्म के अनुयायी प्रकाश उत्सव और गुरू पर्व के रूप में मनाते हैं। गुरुद्वारे में गुरुग्रंथ का पाठ हुआ और लंगर में प्रसाद ग्रहण किया। सभी ने गुरुद्वारे पर माथा टेका। 1549 वें प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में पटना से आए रागी जत्था के भाई साहब योगेंद्र सिंह व उनके सहयोगियों ने गुरुग्रंथ का पाठ किया। इस दौरान सिक्ख पंथ के सभी स्त्री, पुरूष व बच्चे उपस्थित रहे। पाठ के उपरांत लंगर का आयोजन कर प्रसाद ग्रहण कराया गया। गुरुसिंह सभा के प्रधान अमरजीत सिंह ने बताया कि सिक्खों के पहले गुरु नानक देव जी का जन्म संवत 1526 को कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ। सिक्ख धर्म के अनुयायी इस दिन को प्रकाश उत्सव और गुरु पर्व के नाम से मनाते हैं। शाम होते ही झालरों के बीच गुरुद्वारे की छठा बिखेर रही थी। दोपहर से शुरू हुए पूजा पाठ व लंगर के उपरांत रागी जत्था द्वारा सभी को गुरु वाणी बताई गई। साथ ही रात्रि में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसको देख सभी मंत्रमुग्ध हो उठे थे। मौके पर मीत प्रधान अमनदीप सिंह, जेनरल सेक्रेटरी हरप्रीत सिंह बंटी, कुलप्रीत सिंह, मनवीर सिंह, अवतार सिंह समेत अन्य सिक्ख समुदाय के लोग मौजूद थे।
लंगर व पाठ के बीच में गुरु नानक देव की जयंती
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