- ऑक्सीजन लगाने से पहले ही एक व्यक्ति ने तोड़ा दम
- विधायक ने किया अस्पताल का निरीक्षण
- स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा नहीं है ग्लब्स और नहीं मिला है पीपीई किट
परवेज अख्तर/सिवान: बद से बदतर हुए गुठनी पीएचसी और मरीज को गाड़ी से उतरने से पहले नाम पता पूछकर रेफर का पर्चा थमा दे रहा है. पीएचसी में कार्यरत स्वास्थ कर्मियों को हैंड ग्लब्स जैसे सुरक्षात्मक किट नहीं मिल रहा और वे रोगियों के परिजनों से ग्लब्स लाने को कहते. यही नहीं ओपीडी में कार्यरत जीएनएम जिस हालत में कोविड रोगी की इलाज कर रही है, उसी स्थिति में प्रसव पीड़िताओं का प्रसव भी करा रही हैं. अस्पताल की बदहाली की सूचना पाकर सोमवार की दोपहर क्षेत्रीय विधायक सत्यदेव राम पहुंचे और प्रभारी चिकित्सा प्रभारी से जानकारी हासिल की. विधायक अभी प्रभारी से जानकारी ले ही रहे थे कि कोविड के दो मरीज आये. श्वास की समस्या लिये ऑक्सीजन लगवाने दरौली से आये एक मरीज जय प्रकाश पासी को वाहन से उतारने से पहले ही उसका नाम पूछकर रेफर पर्ची थमा दी गयी. अभी उसके परिजन कह रहे है जल्दी ऑक्सीजन लगा दीजिये और उसे गाड़ी से जबतक उतारा जाता उसने दम तोड़ दिया. वही भलुई गांव से आयी एक महिला को जब ऑक्सीजन लगाना हुआ तो स्वास्थकर्मी मौजूद नहीं थे और लेबर रूम से जीएनएम आयी और बिना ग्लब्स लगाये महिला को ऑक्सीजन लगाने चली गयी.
यह देख विधायक भड़क उठे और पूछे सेफ्टी किट कहा है. ग्लब्स क्यों नहीं पहनती. तो जीएनएम ने अनुपलब्धता की बात बतायी. फिर मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सब्बीर अख्तर से पूछा ऐसा क्यों कि ग्लब्स तक नहीं. प्रभारी पहले तो बोले सबकुछ है पर समय पर उपलब्ध नहीं करा सके. बाद में विधायक ने सिविल सर्जन से वार्ता की तो पता चला स्टोर बहुत रखा हुआ है. विधायक की शिकायत पर सिविल सर्जन के दिये गये निर्देश पर स्टोर से निकाल कर तीन जीएनएम को पीपीई किट ओर दो दो हैंड ग्लब्स उपलब्ध कराया गया. मगर प्रभारी ने जीएनएम को हड़काना नहीं छोड़ा. विधायक के सामने उनलोगों को दो दो हैंडगलब्स दिया. विधायक सत्यदेव राम ने अस्पताल के जांच के बाद कहा, पहले तो अस्पताल में व्यवस्था नहीं है और जो कुछ है भी तो प्रबंधन द्वारा स्टोर में बंद कर रखा गया है. स्टोर से उनको कहा सप्लाई देना है ये जानने का विषय है. साथ ही साथ जिस तरह सुरक्षात्मक किट के अभाव के कर्मी काम रहे हैं उससे संक्रमण फैलने के ज्यादे संभावनाये हैं.
क्या कहते हैं प्रभारी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सब्बीर अख्तर ने कहा कि पीपीई किट है. परंतु गर्मी में कोई पहनना नहीं चाहता. हैंडगलब्स स्टोर में है, पर स्वास्थ कर्मियों ने लिखित मांग नहीं की है.