परवेज अख्तर/सिवान: गुठनी नगर पंचायत के तेनुआ स्थित देवराहा बाबा संस्कृत उच्च विद्यालय परिसर में रविवार को डा. रवींद्र नाथ शुक्ल के आवास पर ग्रामीणों की बैठक हुई। बैठक में विद्यालय के पुनरुद्धार पर चर्चा की गई। इस दाैरान विद्यालय के सभी भूमिदाता उपस्थित थे। बैठक के दौरान भूमिदाताओं ने कहा कि करीब सात एकड़ जमीन विद्यालय के लिए दिया गया है, लेकिन गांव के ही कुछ लोगों द्वारा पूर्व में अवैध समिति बनाकर विद्यालय को बर्बाद किया गया है। जिस विद्यालय में सैकड़ों छात्र पढ़ते थे, उस विद्यालय में आज एक भी छात्र नहीं हैं। केवल एक शिक्षक सभापति नाथ तिवारी, एक लिपिक मुनिंद्र नाथ तिवारी और एक चपरासी सुदर्शन राजभर वेतन भोगी कर्मचारी हैं।
बिहार सरकार के संस्कृत बोर्ड द्वारा संचालित इस विद्यालय में पिछले 10 वर्षों में किसी भी शिक्षकों की ना तो नियुक्ति हुई है और ना ही स्थानांतरण ही हुआ है। सिर्फ संस्कृत विद्यालय होने के कारण सरकार इसे उपेक्षित कर रखा है। बैठक में भूमिदाताओं ने सर्वसम्मति से नए प्रबंधन समिति का गठन किया, इसमें डा. रवींद्रनाथ शुक्ल को सचिव घोषित किया गया। साथ ही विद्यालय के समुचित विकास के लिए उन्हें जिम्मेदारी दी गई। इस मौके पर मुख्य रूप से डा. रवींद्रनाथ शुक्ल, प्रभुनाथ शुक्ल, राजकुमार शुक्ल, दिनकर शुक्ल, राधेश्याम शुक्ल, शैलेंद्र शुक्ल, ओमप्रकाश शुक्ल, संजीव शुक्ल आदि उपस्थित थे।