परवेज अख्तर/सिवान: गुठनी नेपाल और अन्य राज्यों के साथ जिले में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार हो रही वर्षा से सरयू नदी और गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि होने लगी है। इसमें पानी का बहाव तीव्र होता जा रहा है। नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही सरयू नदी के दोनों तरफ खेती योग्य भूमि का कटाव भी शुरू हो गया है हालांकि अभी स्थिति नियंत्रित है। ग्रामीणों की माने तो केवल ग्यासपुर से मैरिटार क खेती योग्य करीब 10 एकड़ से अधिक भूमि नदी में समा गई है। ग्रामीणों का कहना है कि दो दिनों से हो रही मूसलाधार वर्षा से नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन पानी की तेज रफ्तार से ऊंचे टीले, नए कटाव, खेती योग्य भूमि, आसपास के इलाकों में कटाव तेजी से हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी के कटाव का सबसे बड़ा असर दियरा इलाकों में भी पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार शनिवार की अपेक्षा रविवार को भी दरौली में .38 और सिसवन में.05 मीटर की वृद्धि हुई है।
बाढ़ विभाग के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह दरौली में 58.22 मीटर मापा गया है, जहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है अर्थात दरौली में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.6 मीटर नीचे बह रहा है। वहीं सिसवन में रविवार को सरयू का जलस्तर 52.42 मीटर मापा गया जबकि यहां खतरे के निशान 57.04 मीटर है अर्थात सिसवन में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 4.62 मीटर नीचे बह रहा है। बाढ़ विभाग के जेई रजनीश कुमार रवि का कहना है कि विभाग पूरी तरह चौकस है और लगातार आसपास के इलाकों पर नजर रखे हुए है। इसकी जानकारी विभाग द्वारा वरीय अधिकारियों को भी समय-समय पर भेजी जा रही है। इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी नवल किशोर भारती ने कहा कि जहां पर पानी का कटाव हो रहा है वहां पर तत्काल बाढ़ विभाग की टीम को जांच का आदेश दे दिया गया है। वहां एसडीओ और जेई की तैनाती तत्काल की गई है। बाढ़ विभाग स्थिति पर पूरी तरह नजर रखे हुए हैं।