परवेज अख्तर/सिवान: गुठनी सरयू व गंडक नदी के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी होने के कारण प्रखंड के करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इससे ग्रामीण काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। पानी में बढ़ोतरी को देख दियरा क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने सुरक्षित जगहों की ओर पलायन शुरू कर दिया है। सरयू और गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि से करीब 10 एकड़ में लगे धान, मक्का, अरहर, सब्जी आदि फसल बर्बाद होने के कगार पर हैं। इसको लेकर ग्रामीण काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। वहीं दियारा में रहने वाले पलायन करने लगे हैं। जानकारी के अनुसार योगियाडीह, सोनहुला, सोहागरा, श्रीकलपुर, धर्मपुर आदि गांवों की खेतों में बाढ़ का पानी घुसने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बाढ़ विभाग के जेई रजनीश कुमार ने बताया कि दरौली में शुक्रवार की सुबह सरयू नदी का जलस्तर 60.730 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू नदी का जल स्तर खतरने के निशान से महज 9 मीटर नीचे है। जबकि सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 56.390 मीटर दर्ज किया गया, यहां खतरे का निशान 57.04 निर्धारित है। बाढ़ विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी नवल किशोर भारती ने बताया कि अभी जलस्तर नियंत्रण में है। पानी बढ़ रहा है, विभाग लगातार निगरानी कर रहा है। जब जैसी स्थिति होगी विभाग निपटने को तैयार है। बता दें कि लगातार हो रही वर्षा और बैराज से पानी छोड़ने के कारण सरयू उफान की ओर है।
बाढ़ विभाग के पदाधिकारी लगातार कर रहे निगरानी :
बाढ़ विभाग के कार्यपालक अभियंता नवल किशोर भारती, जेई रत्नेश मिश्रा, विंध्याचल कुमार, विजय कृष्णा, रवि कुमार रजनीश, रफीउल्लाह अंसारी गोगरा तटबंध और दरौली में नदी से सटे इलाकों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। इस टीम ने सोहगरा, सोनहुला, श्रीकरपुर, गोहरुआ, गुठनी, योगियाडीह, तीरबलुआ, ग्यासपुर, दरौली, नरौली, केवटलिया गांव से सटे सभी बांधों का निरीक्षण किया। बाढ़ विभाग के वरीय अधिकारियों के समक्ष लोगों ने अपनी बेबसी जाहिर करते हुए बताया कि दियरा से भी लोग धीरे-धीरे वापस लौट हैं। जेई रजनीश कुमार रवि ने बताया कि सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार हो रही है। इसपर हम लगातार नजर रखे हुए हैं। अभी तक हालात नियंत्रण में है।