परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दक्षिणांचल में सरयू नदी के जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर किसानों की चिंता बढ़ गई हैं। नदी के किनारे के खेतों में धान को छोड़कर सभी फसलें बर्बाद हो गई हैं। वहीं नदी का जलस्तर घटने- बढ़ने से धान की फसलों के लिए बहार आ गया हैं। इसके बावजूद भी एक बार और सरयू नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से किसान चिंतित हो गए हैं। किसानों का कहना है कि नदी का पानी ज्यादा बढ़ने से धान के डूबने की आशंका रहती है। वहीं अन्य फसलें जैसे मक्का, बाजरा, अरहर, तिल समेत अन्य खरीफ फसलें बर्बाद हो गई हैं।
बाढ़ विभाग से जारी बुलेटिन के अनुसार सोमवार को सरयू नदी का जलस्तर दरौली में 60.980 मीटर मापा गया, जबकि यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है अर्थात दरौली में सोमवार को सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान से.16 मीटर अधिक था। वहीं सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 56.600 मीटर दर्ज किया गया जबकि यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से .44 मीटर नीचे है। वहीं बाढ़ विभाग के जेई रजनीश कुमार रवि ने बताया की सरयू नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, लेकिन इससे अभी चिंतित होने की बात नहीं हैं, अभी नदी के प्रवाह में उतार चढ़ाव जारी है। विभाग के पदाधिकारी हमेशा नजर बनाए हुए हैं।