परवेज अख्तर/सिवान: गुठनी-दरौली के मध्य स्थित सिद्ध गुफा चकरी योगाश्रम में चक्र पूजन की तैयारी अंतिम चरण में है। यह जानकारी देते हुए महंत रघुनाथ दास ने बताया कि चक्र पूजन से मनुष्यों को पुरुषार्थ चातुष्टय का लाभ होता है अर्थात अर्थ, धर्म, काम अथवा मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि भारतवर्ष में चार-पांच स्थानों पर ही यह विशिष्ट पूजन होता है। चारों शंकराचार्य के यहां और सिद्धपीठ विंध्याचल व कामाख्या मंदिर में चक्र का पूजन होता है।
साथ ही यह पूजन पिछले 70 वर्षों से सिद्ध गुफा चकरी धाम में भी होता है। यह पूजन आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर यह पूजन शरद पूर्णिमा तक चलता है। पूजन के दौरान बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान समेत कई प्रदेशों से श्रद्धालु आते हैं। ऐसी मान्यता है कि चक्र पूजन करने से श्रद्धालुओं की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मौके पर महंत रघुनाथ दास, ब्यास चौबे, अमरनाथ दुबे, विजय चौधरी, रमेश यादव, कन्हैया सिंह, पूर्णेश्वर पांडेय, विपुल, बजरंग, छोटू, ओमकार समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।