परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी प्रखंड से होकर गुजरने वाली छोटी गंडक एवं सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी के किनारे बसे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालात यह है कि सोहागरा, सोनहुला, श्रीकलपुर, धर्मपुर, गुठनी, योगियाडीह, तीरबलुआ, ग्यासपुर, मैरिटार गांव में खेतों में पानी घुसना शुरू हो गया है। वहीं जलस्तर बढ़ने से दियरा क्षेत्रों में रहने वाले लोग अब पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। बता दें कि ग्यासपुर में सरयू नदी के उस पार दियरा क्षेत्र में भी काफी संख्या में झोपड़ी बनाकर खेती की रखवाली के लिए पशुओं के साथ रहते हैं। लेकिन सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से दियरा क्षेत्र में भी पानी घुसने लगा है। लगातार वर्षा होने के कारण दियरा क्षेत्र के लोग अभी इस पार नहीं आ पा रहे हैं, लेकिन मौसम खुलते ही लोग ग्यासपुर गांव में आना शुरू कर देंगे। वहीं सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से गुठनी, दरौली, आंदर, रघुनाथपुर व सिसवन प्रखंड के निचले इलाकों में पानी घुसना शुरू हो गया है। हालांकि गुठनी में स्थिति भयानक हो गई है।
बाढ़ विभाग से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो दरौली में सरयू नदी का जलस्तर गुरुवार को 60.430 मीटर दर्ज किया गया है, जबकि 60.82 मीटर पर खतरे का निशान निर्धारित है। यहां सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 0.39 मीटर नीचे है। वहीं सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 56.030 मीटर मापा गया है, जबकि यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 1.01 मीटर नीचे है। बाढ़ विभाग के पदाधिकारियों द्वारा लगातार गश्त किया जा रहा है। इस संबंध में बाढ़ विभाग के गुठनी प्रक्षेत्र के एसडीओ चंद्र मोहन झा ने बताया कि अब सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। विभागीय पदाधिकारियों की तैनाती जगह-जगह पर कर दी गई है। सभी तरह की स्थिति पर नजर रखा जा रहा है। जब जहां जैसी जरूरत पड़ेगी विभाग तत्काल कार्य करेगा।