- पुलिस की शिथिलता से वादी व आरोपितों से संबंधियों के बीच कई बार हो चुका है झड़प
- दोनों ही पक्ष द्वारा लगाया जा चुका है वरीय अधिकारियों से गुहार
परवेज अख्तर/सिवान: गुठनी गत दिसंबर माह में स्थानीय थानाक्षेत्र के टड़वा खुर्द गांव में हुये अनूप बैठा हत्याकांड में एक तरफ जहां पुलिस आरोपितों को पकड़ने में नाकामयाब रही है और पुलिस की इस लापरवाही से घटना को लेकर दोनों पक्ष के बीच तनाव बना रहता है. कभी वादी के पक्ष से धमकाने की शिकायत वरीय अधिकारियों की जाती रही है तो कभी आरोपितों के परिजनों के तरफ से ऐसी शिकायत की जाती है. हालांकि दोनों पक्षों द्वारा वरीय अधिकारियों को दिये गये आवेदन के बाद अभी तनाव के माहौल में कमी आयी है. परंतु आरोपितों की गिरफ्तारी छः माह बाद भी नहीं हो सकने की स्थिति में वादी पक्ष में पुलिस के करवायी के प्रति असंतोष ब्याप्त है. अनूप बैठा हत्याकांड क्षेत्र का चर्चित मामला है और इस मामले में पुलिस की शिथिलता से आम जनता में पुलिस के प्रति काफी असंतोष व्याप्त है. विदित हो कि गुठनी के टड़वा खुर्द गांव के अनूप बैठा हत्याकांड में 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
हत्या के शिकार अनूप के पिता रमाशंकर बैठा द्वारा पुलिस को दिये आवेदन के आधार पर थाना कांड संख्या 234/20 दिनांक 10 दिसंबर धारा 363,302 भादवी तथा विशेष अधिनियम एससी/एसटी एक्ट व आर्म्स एक्ट के तहत नामजद 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान चल रहा है. इस मामले में दो आरोपित न्यायिक हिरासत में है. शेष आठ फरार चल रहे हैं. प्राथमिकी के अनुसार रमाशंकर बैठा ने आवेदन में लिखा है कि घटना के दिन रात्रि दो बजे मेरा बेटा पड़ोस के तिलक समारोह में शामिल होकर अपने घोठा पर जाकर सोया था, उसी समय आरोपित एक मत होकर वहां गये और उसे गाली गलौज करते हुये जगा कर अपने घर जबरन उठा ले गये. जानकारी होने पर मैं अपने दूसरे पुत्र के साथ उनके घर जा रहा था तो रास्ते से उनलोगों लौटा दिया और बोला बाद में भेज दिया जायेगा. काफी देर बाद जब नहीं आया तो हम अहले सुबह उनके घर गये तो देखा मेरा उनके घर के आगे बेहोश पड़ा है और काफी पिटायी की गयी है मैं भागकर घर आया और पुलिस को सूचना दे ही रहा था कि पता चला पुलिस आ गयी है और मेरे पुत्र को घायलावस्था अस्पताल ले गयी.जहा चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है.