परवेज अख्तर/सिवान: जिले के एमएच नगर पुलिस की कारगुजारियों से नराज मेरही गांव के दर्जनों लोग शुक्रवार को थाना पहुंच कर घेराव किया. लोगों को आरोप है कि गत 15 जून की शाम एमएच नगर पुलिस ने गश्ती के दौरान एक बाइक के साथ 20 लीटर देसी शराब बरामद की थी. जबकि शराब धंधेबाज पुलिस की भनक पाकर बाइक छोड़ कर भाग निकला. तभी पुलिस शराब व बाइक को जब्त कर थाने लायी थी. लेकिन पुलिस असली धंधेबाज को छोड़ गांव के ही पूर्व के शराब धंधेबाज को नामजद अभियुक्त बना दिया. जो कि पूर्व के शराब मामले में जेल से लौटने के पश्चात गाँव के पंचायती के दौरान उसने शराब न बेचने की कसम खाई थी. घटना के दिन रामभरोसा भगत अपनी पत्नी के साथ पिता की इलाज के लिये सीवान गया था.
जबकि पुलिस द्वारा जब्त बाइक के आधार पर प्राथमिकी करने के बजाए उच्चा भगत के पुत्र रामभरोसा भगत को नामजद बना दिया. जिससे लोग आक्रोशित हो गये. साथ ही पुलिस ने गवाह के तौर पर ऐसे व्यक्ति को गवाह बनाया कि वह भी घर पर नही था. पुलिस ने गवाह का जाली हस्ताक्षर कर लिया. इस तरह के प्रशासन कि कार्यशैली से लोगों को पुलिस प्रशासन से भरोसा उठने लगा है. ग्रामीण राजमती देवी, संगीत देवी, पानमती देवी, चिंता देवी, रामरती देवी, श्याम सिंह, राजदेव भगत, उच्छा लाल भगत, ओमप्रकाश चौधरी, नवीन साह, कमल देव यादव, प्रेमचंद सिंह, चंद्रिका प्रसाद, सरोज शर्मा आदि का कहना है कि जब प्रशासन बाइक जब्त की थी. वह बाइक कहां गयी. इसकी भी जांच होनी चाहिये. इस मामले में थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले की जांच की जायेगा.