परवेज अख्तर/सीवन: स्लाम का पाक व बरकत महीना रमजान का बाइसवां रोजा बुधवार को रखा गया. क्षेत्र के सभी रोजेदार सरकार के गाइडलाइन के अनुसार घरों में इबादत व इफ्तार कर रहें हैं. इस दौरान मुस्लिम के लिए रोजे के साथ साथ जकात को भी अल्लाह ताला ने फर्ज किया है. अल्लाह ने कुरआन करीम के अंदर फरमाया है कि ऐ लोगों रोजे तुम पर फर्ज किए गए हैं. रमजानुल मुबारक बहुत बाबरकत वाला महीना है. अल्लाह के रसूल स.अ. ने फरमाया कि अल्लाह ताला फरमाते हैं की रोजा मेरे लिए है.
जिस तरीके से अल्लाह ताला ने नमाज को फर्ज किया, रोजा को फर्ज किया उसी तरह जकात को भी अल्लाह ताला ने फर्ज किया है. इंसान जो कमाता है इसी जकात के जरीये से वो पाक हो जाता है. कोई भी चाहे सोना, चांदी या उसके बदले संपत्ति हो तो वैसे लोगों को ढाई प्रतिशत जकात निकालना फर्ज है. रोजेदारों को चाहिए कि सेहरी एवं रोजा खोलने का सही समय पर करना चाहिए. वक्त के पाबंदी पर रोजा खोलना चाहिए. अधिक से अधिक कुरआन की तेलावत करनी चाहिए एवं अपने मगफिरत के लिए दुआएं मांगनी चाहिए. क्षेत्र के रोजेदार देश के इंसानी हालात के लिए खुदा से दुआ कर रहें हैं ताकि इस बीमारी से हर इंसान को निजात मिल सके.