पुजारियों ने बताया कि नेपाल के राजा महेन्द्र ने मंदिर बनवाया था
परवेज अख्तर/सिवान: पटना उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस संजय करोल ने रविवार की दोपहर बाबा महेंद्रनाथ मंदिर मेंहदार में पूजा-अर्चना की। उनका कार्यक्रम सोहागरा शिव मंदिर में पूजा करने का था। लेकिन अचानक मेहंदार पहुंच कर बाबा महेन्द्रानाथ की पूजा-अर्चना की। प्रधान पुजारी तारकेश्वर उपाध्याय, सत्येन्द्र उपाध्याय व त्रिलोकीनाथ पाण्डेय ने उन्हे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना कराई। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि चीफ जस्टिस का कार्यक्रम निजी था। गाड़ियों व पदाधिकारियों के आने-जाने का सिलसिला देख अचानक लोग अचंभित रहे कि आखिर कौन वीआईपी पहुंचा है। बाद में पता चला कि पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बाबा महेंद्रनाथ की पूजा-अर्चना करने मेहंदार आये है।
चीफ जस्टिस ने सुख शांति के लिए भगवान भोलेनाथ से मन्नतें मांगी। मंदिर के पुजारी से पूजा-अर्चना के बाद भगवान भोलेनाथ व मंदिर की ऐतिहासिक जानकारी ली। पुजारियों ने उन्हें बताया कि नेपाल के राजा महेन्द्र ने मंदिर बनवाया था। वे कुष्ठ रोग से ग्रसित थे। उनका कुष्ठ यही ठीक हुआ था। पहले भी पटना उच्च न्यायालय के अलावा विभिन्न जिलों के न्यायधीश भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर मन्नत मांगने आ चुके हैं। भगवान भोलेनाथ के दरबार में जो भी मन्नते मांगते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है। इस दौरान डीएम अमित कुमार पाण्डेय, एसपी अभिनव कुमार, एसडीओ रामबाबू बैठा, बीडीओ सूरज कुमार सिंह दलबल के साथ पूरी तरह मुस्तैद थे।