मृत तीनों युवक थे चचेरे भाई
परवेज अख्तर/सिवान: मैरवा सिवान मुख्य मार्ग के लक्ष्मीपुर ओवरब्रिज पर गुरुवार को एक बाइक व हाइवा की टक्कर में बाइक सवार तीन युवकों की घटनास्थल पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गई। घटना के बाद हाइवा चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। मृतकों की पहचान जीरादेई थाना क्षेत्र के बढ़वलिया निवासी चंद्रिका मांझी के पुत्र अमन कुमार, राजू मांझी के पुत्र कुंदन कुमार और रविंद्र मांझी के पुत्र अमन कुमार के रूप में हुई। तीनों चचेरे भाई थे। इधर घटना से आक्रोशित लोगों ने ओवरब्रिज को जाम कर दिया। एक घंटे बाद सूचना पर पहुंची पुलिस जब शव कब्जे में लेने से गई उसे रोक दिया गया और पुलिस टीम सहित पहुंची एंबुलेंस पर आक्रोशित होने हमला कर दिया। पुलिस कर्मी भागकर जान बचाए, लेकिन आक्रोशितों ने पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया और धरना पर बैठ गए। बाद में कई थाने की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित की। बताया जाता है कि जीरादेई थाना क्षेत्र के बढ़वलिया के तीन चचेरे भाई अमन, कुंदन कुमार और अमन कुमार एक ही बाइक पर सवार होकर घर से मैरवा के लिए निकले थे।
स्वजनों को इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी थी। इसी बीच मैरवा- सिवान मुख्य मार्ग के लक्ष्मीपुर ओवरब्रिज पर सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार हाइवा ने बाइक में टक्कर मार दी। बाइक से तीनों सवार उछलकर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। घटना के बाद हाइवा चालक गाड़ी को लेकर सिवान की तरफ भाग गया। घायल मदद के लिए चीख-पुकार कर रहे थे। उधर से गुजर रहे लोगों घटना की सूचना पुलिस को 112 पर फोन कर दी। एंबुलेंस के लिए भी फोन किया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि एक घंटे तक ना तो पुलिस पहुंची और ना ही एंबुलेंस पहुंचा। इस कारण घायलों की मौत तड़प तड़प कर घटनास्थल पर हो गई।
जब दीवा गस्त अपनी जीप से वहां पहुंची तो आक्रोशित लोगों ने पुलिस के देर से पहुंचने को लेकर हमला बोल दिया। पुलिस ने भागकर जान बचाई। वहीं पुलिस जीप को लोगों ने घेर लिया और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान किसी तरह से जीप चालक वाहन लेकर वहां भाग से भागा। कुछ ही देर में एंबुलेंस भी वहां पहुंची। आक्रोशित लोगों ने एंबुलेंस पर भी हमला बोल दिया। एंबुलेंस चालक को खींचकर बाहर उतारने की कोशिश की गई। किसी तरह चालक एंबुलेंस लेकर वापस लौट गया। कुछ देर बाद 112 वाहन की पुलिस भी वहां पहुंची और शव को कब्जे में लेने की कोशिश की,लेकिन लोगों का गुस्सा देख उसे मृतकों का शव छोड़ वहां से हटना पड़ा। सूचना प्रेषण तक लोगों का प्रदर्शन जारी था।