परवेज अख्तर/सिवान: जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के टिकरी नहर के समीप शराब तस्करों को पकड़ने के क्रम में तस्करों की गाड़ी के धक्के से हुसैनगंज में पदस्थापित एएसआई सुरेंद्र कुमार गहलौत की मौत हो गई। मृत दारोंगा मूल रूप से नालंदा जिले के निवासी थे। वहीं थाने का एक चौकीदार बबुधन मांझी घायल हो गया। घटना को अंजाम देकर कर भाग रहे शराब तस्करों की शराब लदी गाड़ी कुछ ही दूरी पर नहर किनारे पलट गई। उसको भी जब्त कर लिया गया है। बताया गया है कि हुसैनगंज थाने को टिकरी गांव में शराब तस्करों के आने की गुप्त सूचना मिली थी। इस गुप्त सूचना पर तीन चौकीदार व तीन सिपाही के साथ हुसैनगंज में पदस्थापित एएसआई सुरेंद्र कुमार गहलौत तस्करों की गाड़ी पकड़ने के लिए टिकरी नहर के समीप 11 बजे रात्रि से डेरा डाले हुए थे।
लंबे इंतज़ार के बाद अंततः साढ़े 3 बजे के करीब में तस्करों की गाड़ी आती दिखी। शराब लदी गाड़ी को रोकने के लिए एएसआई सुरेंद्र अपने चौकीदार बाबूधन मांझी के साथ आगे बढ़े। इसी बीच शराब तस्करों ने अपनी टोयोटा इन्नोवा गाड़ी का दरवाज़ा अचानक खोल दिया। बताया जाता है कि दरवाज़े से उन्हे ज़ोर का धक्का लगा, साथ ही, उसे पकड़ने के प्रयास में ही वे दरवाज़े में उलझ गए और घिसटते चले गए। वहीं बगल में खड़े चौकीदार बाबूधन मांझी भी घायल हो गए। बुरी तरह घायल एएसआई को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इधर घटना क के बाद गाड़ी लेकर भाग रहे शराब तस्करों की टोयोटा कार भी नहर के बगल मे पलटकर क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि, अंधेरे का फायदा उठाकर सभी तस्कर फरार होने में सफल रहे। शराब से लदी गाड़ी के पलट जाने की सूचना पर स्थानीय ग्रामीणों में शराब की खूब लूटमार मचाई। वहीं बची हुई शराब के कार्टून पुलिस ने भी बरामद किए ।
परिवार में कोहराम, नालंदा के थे निवासी
एएसआई सुरेंद्र कुमार गहलोत की मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। मूल रूप से नालंदा जिले के राजगीर थाना क्षेत्र के डुमरी गांव के रहने वाले 52 वर्षीय एएसआई सुरेंद्र गहलोत के पिता का नाम राजवल्लभ पासवान है। मृतक एएसआई को एक पुत्री व दो पुत्र हैं। पुत्री की शादी हो चुकी है । वहीं बड़ा लड़का कोटा में रहकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी करता है। उनकी पत्नी उनके साथ ही रहती थी। पति की मौत की खबर सुनकर सीवान सदर अस्पताल पहुंची पत्नी का का रो – रोकर बुरा हाल था। हुसैनगंज थाने की महिला पुलिसकर्मी उन्हे संभालने का प्रयास कर रही थीं। लेकिन, इसके बाद भी वे बेहोश हो जा रही थीं। एएसआई परिवार के साथ ही सीवान में ही रहते थे।