- 02 माह पहले नौकरी की तलाश में धनबाद गया था शंभू राम
- शव की पहचान नहीं होने पर रेल प्रशासन ने किया क्रियाक्रम
परवेज अख्तर/सिवान: स्थानीय थाने के हरिहांस गांव में शनिवार को युवक के मौत के खबर आते ही कोहराम मच गया। परिजनों के चीत्कार से पूरा गांव गम में डूब गया। मृतक के घर सांत्वना देने वालों का तांता लग गया। हरिहांस गांव 40 वर्षीय शंभू राम दो माह पहले झारखंड के धनबाद जिले में काम के सिलसिले में गया था। इसी बीच गुरुवार को वह एक ट्रेन की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई। इसके बाद रेल प्रशासन द्वारा शव को जब्त कर लिया गया। शव की पहचान नहीं होने की स्थिति में धनबाद रेल प्रशासन द्वारा क्रियाक्रम कर दिया गया।
इधर, शंभू राम के गायब होने की खबर पर उनकी तलाश कर रहे रिश्तेदार जब स्टेशन पहुंचे तो शंभू राम के कपड़ों से उसकी पहचान की गई। रिश्तेदारों ने रेल प्रशासन से उसके मौत की जानकारी मिली। शनिवार को जब यह खबर हरिहांस गांव में उनके परिजनों ने सुनी तो कोहराम मच गया। पत्नी व अन्य परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे। वहीं पड़ोस की औरतें दिलासा दे रही थीं। परिजनों को मृतक के अंतिम दर्शन भी नहीं हो पाया। मृतक शंभू राम सात भाई बहनों में सबसे बड़ा था व उनके तीन संतान हैं और तीनों अविवाहित हैं।