परवेज अख्तर/सिवान: जिले के हुसैनगंज प्रखंड के सिंगारपट्टी मठ (नाथधाम) में 10 फरवरी से चल रहे नौ दिवसीय रुद्र चंडी महायज्ञ में पूजा अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चारण से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। प्रतिदिन पूजा व यज्ञ मंडप की परिक्रमा को लेकर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। वहीं ग्रामीण प्रतिदिन रामलीला, रासलीला और रामकथा का आनंद ले रहे हैं। इस संदर्भ में सातवें दिन गुरुवार को प्रवचनकर्ता यज्ञ सम्राट वेद विभूषण, आचार्य मनीष तिवारी ने प्रवचन के दौरान मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र चित्रण करते हुए कहा कि प्रत्येक इंसान को प्रभु राम की तरह अपने मां-पिता की आज्ञाओं का पालन करना चाहिए क्योंकि जब प्रभु राम की सौतेली मां कैकयी उनके पिता दशरथ से वचन मांगी कि मेरा पुत्र भरत अयोध्या के राज सिंहासन पर बैठेगा और राम 14 वर्षों तक वनवास में रहेगा यह सुनकर राजा दशरथ सन्न रह गए। लेकिन वचन से मुकर भी नहीं सकते थे।
आखिरकार उन्होंने यह बात जब राम से बताई तो राम ने कभी ये नहीं सोचा कि महलों में ऐशोआराम से रहने के बाद जंगलों में 14 वर्षों तक जीवन बिताना कितना कठिन होगा। लेकिन उन्होंने अपने पिता के वचन को एक आज्ञाकारी पुत्र की तरह एकबारगी स्वीकार करते हुए अपनी जीवन संगिनी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ वनवास को निकल पड़े। साथ ही वनवास जाने से पूर्व एक संस्कारी पुत्र का फर्ज निभाते हुए उन्होंने अपनी सौतेली मां कैकयी से आशीर्वाद लेना नहीं भूले थे। उन्होंने कहा कि यदि भगवान राम जैसा संस्कारी एवं आज्ञाकारी पुत्र हर घर में हो तो विश्व का कल्याण संभव हो जाएगा। इस मौके पर यज्ञाध्यक्ष निजानंद गिरि, यजमान दंपती धनंजय सिंह, रंजू सिंह, मंटू साह, समित सिंह आदि उपस्थित थे।