परवेज अख्तर/सिवान :- शहर के बबुनिया मोड़ से जिस युवक को पुलिस ने फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है उस पर आइबी की नजर कई दिनों से थी। आईबी के ही दिए गए रिपोर्ट के अनुसार एसपी को वरीय अधिकारियों द्वारा सूचना दी गई। इसके बाद जिला पुलिस हरकत में आई। जांच के दौरान छापेमारी को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था। बुधवार को ही एसपी ने इसकी छापेमारी के लिए टीम को किस तरह से काम करना है उसका पूरा खाका खींच दिया था। इसके बाद बुधवार की दोपहर में नगर थाना, मुफ्फसिल थाना, एसआइटी की टीम ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पहले दुकान में कार्यरत चार कर्मियों को रोका गया और उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद दुकान के अंदर बने केबिन में जाकर कंप्यूटर को हैक किया गया। इसके लिए पटना से एक स्पेशलिस्ट को बुलाया गया था। उसने कंप्यूटर के हार्ड डिस्क को रिकवर करना शुरू कर दिया। इसके बाद एएसपी कांतेश मिश्रा वहां पहुंचे और उन्होंने जांच की। इसके थोड़ी देर बाद ही एसपी भी दलबल के साथ पहुंचे और जांच शुरू कर दी गई। हिरासत में लिए गए मुमताल अली से सबने अपने अपने स्तर से पूछताछ की। पूछताछ के क्रम में उसने सबकुछ पहले ही स्वीकार कर लिया। इसके बाद परत दर परत सबकुछ जिला पुलिस के समक्ष सामने आ गया। जांच के दौरान दुकान के काउंटर से 65 हजार 210 के विभिन्न देश जिसमें पाकिस्तान, दुबई, बांग्लादेश, बहरीन, सहित कई देशों के रिचार्ज कूपन को बरामद किया। जिनकी भारतीय करेंसी में कीमत 45 लाख रुपये है। उन्हें जब्त किया गया।
फर्जी आईडी के जरिए किया था बीओआइपी डाउनलोड
बता दें कि बीओआइपी एक साफ्टवेयर है जिसके जरिए कॉल सेंटर विदेशों के कॉल्स को कवंर्ट कर सस्ते दर में लोगों को डोमेस्टिक कॉल्स में बात कराती है। इसी के जरिए यह दिन रात कॉल्स कराया करता था। यहां से पाकिस्तान, दुबई सहित नेपाल में भी बात कराता था।
दो मोबाइल कंपनियों का ले चुका है डिस्ट्रीब्यूटरशिप
बात दें कि मुमताज अली बसंतपुर के शेखपुरा का रहने वाला है और शहर में यह एमएम कॉलोनी में किराए के मकान में रहता है। इसने इस फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज की बात को छुपाने के लिए दो मोबाइल कंपनी वीवो और ओप्पो का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लिया है। साथ ही दरबार में भी एक मोबाइल का दुकान खोला है। जिससे लोगों को शक नहीं होता था।
हार्ड डिस्क, सीडी, सिस्टम को किया जब्त
पटना से आई आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने गुरुवार को जब जांच किया तो उसने पाकिस्तान और नेपाल के सारे कॉल्स के डिटेल्स कवर किए। इसके बाद उनके नंबर की जांच को उन्हें गोपनीय रखा। पुलिस इन कॉल्स के जरिए बात किए गए लोगों की धरपकड़ करेगी और उनसे पूछताछ करेगी। वहीं पुलिस ने दुकान में लगे सिस्टम, हार्ड डिस्क, सीडी, सिस्टम को कब्जे में ले लिया। खाते में आए 10 लाख से ज्यादा रुपये एसपी ने बताया कि मुमताज के खाते में एक सप्ताह से भी कम के समय में 10 लाख रुपये दूसरे जगहों से भेजा गया है जो संदिग्ध हैं। इसके बारे में खाते की जांच की जा रही है। रुपये किसने और कब ट्रांसफर किए हैं इसकी भी जांच की जाएगी।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]