✍️ परवेज अख्तर/सिवान:
शराब तस्करों के साथ साठ गांठ करने के आरोप में सारण डीआइजी विकास कुमार ने आंदर थानाध्यक्ष कुमार वैभव को निलंबित कर दिया है। वहीं चौकीदार मुकेश कुमार पर आरोप गठित कर कार्रवाई के लिए डीएम से अनुशंसा की गई है। जबकि बरामद शराब के दो केस की जांच डीआइजी ने सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी फिरोज आलम को ना देकर महाराजगंज एसडीपीओ को दी है। दैनिक जागरण ने आंदर थानाध्यक्ष की शराब तस्करों संग बैठकर भोजन करने की खबर को तस्वीर सहित प्रकाशित भी किया था। मामले में डीआइजी ने बताया कि पूर्व में मुखिया नागेंद्र सिंह उत्पाद के केस में जेल गया था। जो जेल से बाहर है।आंदर थानाध्यक्ष के साथ उसका फोटो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ था। उसमें शराब तस्करों संग साठ-गांठ का आरोप लगा था।
भीखपुर गांव से पुलिस ने जिन तीन स्कार्पियो को शराब के साथ जब्त किया था। उक्त गाड़ी को निकालने के लिए थानाध्यक्ष ने मुखिया नागेंद्र सिंह को बुलाया था। इसी बीच वहां एसडीपीओ फिरोज आलम पहुंच गए थे। एसडीपीओ द्वारा एसपी को जानकारी दी गई थी कि थानाध्यक्ष द्वारा नागेंद्र सिंह को बुलाया गया था, इसमें गड़बड़ी की गई है। नागेंद्र सिंह के प्रभाव में गाड़ी से कुछ शराब को उतार ली गई है। इसपर जांच के लिए एसपी शैलेश कुमार सिन्हा को आदेश दिया गया था। एसपी ने पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय विनोद कुमार एवं मुफस्सिल इंस्पेक्टर जयप्रकाश पंडित को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था।
जांच की रिपोर्ट आने के बाद आंदर थानाध्यक्ष कुमार वैभव को निलंबित कर दिया गया है। वहीं चौकीदार मुकेश कुमार पर आरोप गठित कर कार्रवाई के लिए डीएम से अनुशंसा की गई है। वहीं दूसरी ओर शराब तस्करों के साथ साठ गांठ करने के आरोप में सारण डीआइजी विकास कुमार ने आंदर थानाध्यक्ष कुमार वैभव को निलंबित करते हुए और अन्य मामले में सदर एसडीपीओ पर भी जांच के आदेश दिये हैं। एसपी शैलेश कुमार सिन्हा को इस जांच के आदेश मिले हैं। डीआइजी ने बताया कि एसडीपीओ फिरोज आलम के खिलाफ एक शिकायत मिली है।उसकी जांच के लिए आदेश दिया गया है।जांच कर रिपोर्ट आने के बाद उनपर भी कार्रवाई की जाएगी।