बिहार के भ्रष्ट प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार के ठिकानों पर आज आर्थिक अपराध इकाई ने छापेमारी की है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में सीतामढ़ी के बाजपट्टी प्रखंड के BDO संजीत कुमार के तीन ठिकानों पर हुई छापेमारी में अकूत संपत्ति का पता चला है।
BDO 2013 में ग्रामीण विकास पदाधिकारी के पद पर चयनित हुए। वेतन के अतिरिक्त इनकी आय का कोई ज्ञात स्रोत नहीं है। सरकारी सेवा में नियुक्ति से पहले इन के नाम पर पैतृक संपत्ति के अलावा कोई अचल संपत्ति नहीं थी। चल संपत्ति के रूप में एक अल्टो कार-2011 मॉडल इनके द्वारा घोषित किया गया था. BDO ने अपने पद का भ्रष्ट दुरुपयोग करते हुए आय से काफी अधिक संपत्ति अर्जित की।
ये मधुबनी के रहिका एवं गढ़पुरा बेगूसराय में पदस्थापित रहे। उनकी सेवा अवधि में पत्नी आरती कुमारी के नाम से पटना के गोपालपुर स्थित अब्दुल्लाह चक बैरिया में 3 कट्ठा आवासीय भूखंड जिस पर एक भव्य 3 मंजिला मकान बना हुआ है। पत्नी आरती कुमारी के नाम से मौजा वीर थाना धनरूआ में 2 कट्ठा 15 धूर तथा पत्नी के नाम से 10 कट्ठा कृषि भूखंड अर्जित किया गया है। इन सब का अनुमानित मूल्य एक करोड़ 11 लाख ₹32000 पाया गया है। इनके भव्य 3 मंजिला मकान का निर्माण लागत ₹7500000 अंकित किया गया है जबकि उसकी वास्तविक लागत ढाई करोड़ के आसपास बताई जाती है। बीडीयो ने एलआईसी की विभिन्न पॉलिसियों में काफी राशि का निवेश किया है। 3 बैंक खातों एवं पत्नी आरती कुमारी के नाम से एक बैंक खाता संधारित पाया गया। इनकी कुल संपत्ति 15 लाख 43368 रुपे पाई गई।
दर्ज केस के अनुसार संजीत कुमार द्वारा 1 करोड़ 26 लाख 75 हजार 368 रु की चल एवं अचल संपत्ति अर्जित किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों से इनकी कुल आय ₹8400000 पाया गया। उन्होंने वैध स्रोतों से 8056215 रुपे की अधिक संपत्ति अर्जित की है जो वास्तविक आय से 96% अधिक है। तलाशी में कई बैंक खातों के पासबुक, जीवन बीमा निगम पॉलिसी से संबंधित कागजात, एसबीआई, आदित्य बिरला से संबंधित लाइफ इंश्योरेंस के कागजात करीब ₹6 लाख 19 हजार के आभूषण से संबंधित रसीद,85 हजार नकद ₹1.5 लाख मूल्य के जेवरात एवं कई अन्य महत्वपूर्ण कागजात मिले हैं। पैतृक आवास की तलाशी में 315 बोर की 40 जिंदा कारतूस भी मिले हैं। जिस संबंध में स्थानीय धनरूआ थाना में अलग से प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।