परवेज़ अख्तर/सिवान : जब जब अधर्म की वृद्धि और धर्म का ह्रास हुआ है, धरा पर दुष्टों द्वारा सज्जनों पर अत्याचार हुआ है तब तब इस पृथ्वी पर परमात्मा का धर्म के रक्षार्थ हेतु अवतार हुआ है। यह बातें बसंतपुर थाना क्षेत्र के बनसोही डोमा वीर बाबा स्थान पर चल रहे श्रीरुद्र महायज्ञ सह श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन शनिवार की रात अपने प्रवचन के दौरान स्वामी उपेंद्र पराशर महाराज ने कही। कृष्ण का अवतार सज्जनों का कल्याण एवं दुष्टों को संहार करने के लिए हुआ। विशेष रूप से इस अवतार का तात्पर्य है प्रेम भगवान का यह प्रेमावतार सबके कल्याण हित के लिए हुआ। महाराज ने बताया कि इस घोर कलयुग में अगर सबसे अधिक ह्रास होगा तो वह प्रेम का होगा। आपस में प्रेम और संयमित जीवन का सामंजस्य स्थापित हेतु परमात्मा का प्रेमावतार श्रीकृष्ण का अवतार हुआ। भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर सारे श्रद्धालु देर रात्रि तक कथामृत का आनंद लेते रहे। उन्होंने कहा कि भगवानकृष्ण गीता जैसे अमृत वाणी अर्जुन के माध्यम से दुनिया को उपलब्ध कराया। उन्होंने कहा कि गीता ही मोह की बंधन से मुक्त कर मानव को ज्ञानी बनाती है।
श्री रुद्र महायज्ञ में प्रवचन को उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
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