परवेज अख्तर/सिवान :- हसनपुरा पंचायत के अरण्डा निवासी श्री अब्दुल रहमान के पुत्र श्री शकिलुर रहमान जो एक सामाजिक और स्वास्थ्य कार्यकर्ता है. उन्होंने जनसंख्या दिवस के अवसर पर कहा कि जनसंख्या दिवस का उद्देश है कि बढ़ती जनसंख्या को रोकने का प्रयास किया जाए. क्योंकि बढ़ती जनसंख्या खतरा बनता जा रहा है. जिसके लिए हमें समय समय पर बढ़ती जनसंख्या के नुकसानों की जानकारी दी जाती है. जनसंख्या हमारे लिए क्यों रोकना आवश्यक है, परन्तु इसके बावजूद भी हमारे देश की जनसंख्या प्रत्येक वर्ष तेजी से बढ़ती जा रही है.
एक ओर जहां हम एक बड़ी जनसंख्या वाला देश होने कारण खुद पर गर्व का अनुभव करते हैं क्योंकि हमारे देश में युवाओं की जनसंख्या अन्य किसी देश की जनसंख्या से अधिक है. वहीं दूसरी ओर यही बढ़ती हुई जनसंख्या हमारे लिए परेशानियां भी बन रही है. श्री रहमान ने कहा कि बेरोजगार लोगो का बढ़ता आंकड़ा और बढ़ती गरीबी जनसंख्या की ही देन है. अधिक जनसंख्या के चलते हमारे संसाधन कम पर जाते हैं. जिसकी वजह से हम एक विकसित शक्तिशाली देश बनाने का सपना जो देखते है उसमे रुकावट पैदा होती हैं। बेरोजगारी और गरीबी, अपराधों को बढाती है. लोगों का जीवन असुरक्षित हो जाता है.
स्त्रीयों को सबसे अधिक अपराधों का शिकार होना पड़ता है. श्री रहमान ने कहा कि आवश्यकता है कि हमें यह समझने की कि देश खतरे में है, हमें धर्म और जाति की परवाह करते हुए अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने का प्रयास करने के स्थान पर कम से कम बच्चे पैदा करने पर जोर देना चाहिए. देश के बारे में विचार करिए, अभी समय है नहीं तो वक्त गुजर जाने पर पछताने के सिवा कुछ हाथ नहीं लगेगा.