- मदरसे में उर्दू तालीम और छात्रावास बनाने की मंजूरी
- उर्दू यूनिवर्सिटी बनने से शिक्षा ग्रहण में होगी सहूलियत
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बसंतपुर प्रखंड के खोरीपाकर स्थित मदरसा दारुल उलूम आरिफिया रजा ए खोदा के प्रांगण में मंगलवार को उर्दू यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए निरीक्षण किया गया। इसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मंसूर आलम व पूर्व विधायक नेमतुल्लाह ने जमीन का निरीक्षण किया। इस दौरान जदयू के प्रदेश महासचिव अब्दुल करीम रिजवी, मौलाना मजहर उल कादरी व मो. नुरैन ने उर्दू यूनिवर्सिटी व अल्पसंख्यक छात्रावास खोलने की मांग की। उन्होंने बताया कि मदरसे में छह बीघा जमीन उपलब्ध है।
इसमें एक मदरसा व एक मस्जिद बना हुआ है। उर्दू यूनिवर्सिटी और अल्पसंख्यक छात्रावास बन जाने से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को शिक्षा ग्रहण में करने में सहूलियत होगी। इस मांग पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मनसूर आलम व पूर्व विधायक नेमतुल्लाह ने अपनी सहमति देते हुए बताया कि बहुत जल्द मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर उर्दू यूनिवर्सिटी के लिए एक ज्ञापन देंगे। साथ ही मदरसा के स्थल निरीक्षण के लिए आग्रह भी करेंगे। मौके पर जदयू नेता अनवर सीवानी, मौलाना समीम साहब, आलमगीर अंसारी, शेख अब्बास व गुलाम मोइनुद्दीन थे।