छपरा : पुलिस ने मंगलवार को अंतर प्रांतीय गांजा तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को 30 लाख रूपए मूल्य के गांजा के साथ गिरफ्तार कर लिया तथा एक बोलेरो जब्त की है। इस गिरोह से जुड़े अन्य तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि वाहन जांच के दौरान मंगलवार को एकमा थाना की पुलिस ने छपरा- सीवान नेशनल हाईवे पर संदेह के आधार पर एक बोलेरो को रोका और जांच की। जांच के दौरान ऊपर से उसमें कुछ भी नहीं पाया गया, लेकिन वाहन जांच के दौरान बोलेरो में बने तहखाना का खुलासा हुआ । तहखाना खोलकर जब पुलिस ने देखा तो, पुलिसकर्मी आश्चर्य में पड़ गये। उसमें मादक पदार्थ गांजा के 44 पैकेट बरामद किए गये, जिसका वजन करीब 74 किलो 800 ग्राम है। बरामद गांजा की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब 30 लाख रूपए है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वाहन जांच अभियान प्रशिक्षु डीएसपी चंदन कुमार के नेतृत्व में की जा रही थी । इस दौरान पुलिस अवर निरीक्षक राजेश कुमार चौधरी के अलावा थाने के अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि तस्करों के द्वारा गांजा छत्तीसगढ़ के सुकमा से लाया गया था और उसे रसूलपुर में किसी गांजा कारोबारी के यहां सप्लाई देना था, लेकिन वह नहीं मिला, जिसके कारण तस्करों के द्वारा गांजा को भेल्दी ले जाया जा रहा था। इसी दौरान वाहन जांच के क्रम में पकड़ा गया।
इस मामले में भेल्दी थाना क्षेत्र के पैगा गांव निवासी टुनटुन प्रसाद के पुत्र मनोज नट तथा गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के भोभीचक गांव निवासी रामबली उपाध्याय के पुत्र हृदयानंद उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए दोनों व्यक्ति गांजा की तस्करी वाले वाहन के चालक बताए गए हैं। गांजा तस्करी गिरोह के मुख्य सरगना तथा इसमें संलिप्त अन्य व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। दोनों के पास से बरामद मोबाइल का कॉल डिटेल खंगाला जा रहा है। चिन्हित किए गए इस गिरोह से जुड़े गांजा तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।इस मामले में दोनों के खिलाफ एकमा थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।