परवेज अख्तर/सिवान :- अनुमंडलीय अस्पताल मे उस समय ऑफर-तफरी मच गयी जब आइसोलेटेड कोरोना मरीजो को आइसोलेशन अवधि पूरा हो जाने के बाद घर भेजना था। बताया जाता है कि बीते 21 जुलाई को इसोलेशन वार्ड से ठीक हो कर कोरोना संक्रमितों को मुक्त करना था।जिसमें दो एम्बुलेंस की जरूरत थी।एक एम्बुलेंस महाराजगंज में उपलब्ध था।दूसरा एम्बुलेंस अन्य किसी पीएचसी से आने वाला था।अस्पताल प्रबंधन ने महाराजगंज में उपलब्ध एम्बुलेंस से कुछ कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों को सीवान भेज दिया। एम्बुलेंस आने में देर हई जिससे बचे हुए लोग आक्रोशित हो गए।वही लगभग तीन बजे दिन में एम्बुलेंस महाराजगंज पहुंची।
आइसोलेशन में बचे शेष लोगों को बाहर निकालने के लिए जब अस्पताल के चतुर्थ वर्गीय कर्मी बीरेंद्र पंडित पहुंचे तो आक्रोशित लोगों ने उनकी रड मुक्के से जम कर धुनाई कर दी। शोर – शराबा होने पर बचाव के लिए जब अस्पताल के डॉ नंदकिशोर प्रसाद गए तो उन पर भी आइसोलेशन वार्ड के लोग टूट पड़े, किसी तरह बचाव कर डॉ प्रसाद भाग निकले। फिलहाल में जख्मी कर्मी का इलाज अस्पताल में चल रहा है।इसकी सूचना जिला डीएम, सीएस सीवान व अनुमंडल के एसडीओ,एसडीपीओ को दी गयी।प्रशासन के सक्रीयता से पुलिस अनुमंडल अस्पताल पहुंच कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
अस्पताल के जख्मी कर्मी बीरेंद्र पंडित के बयान पर दिलीप शर्मा पिता परमेश्वर शर्मा एवं संजय ठाकुर पिता मोहन ठाकुर दरौली निवासी को आरोपित किया।दोनों आरोपित को पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले गयी।दिए गए आवेदन में डिस्चार्ज होने के दौरान दोनों आरोपी पर लोहे की राड से बेरहमी से मारपीट करने का आरोप है।वरीय अधिकारियों के आदेश पर दरौंदा थाना में दोनों आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी संख्या 186/ 29 दर्ज कर बुधवार के दिन सीवान जेल भेज दिया गया।