परवेज अख्तर/सिवान:
जिला मुख्यालय स्थित एक मैरेज़ हाल मे जीविका द्वारा आयोजित एम.आर.पी. का स्वास्थ्य एवं पोषण टूल्स किट पर चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ. इस प्रशिक्षण मे जिले भर के एम.आर.पी. को संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबन्धक राकेश कुमार नीरज ने कहा कि जीविका, आजीविका की परियोजना है और आजीविका कमाने के लिए स्वस्थ शरीर का होना आवश्यक है.इसके लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति आहार विविधता को अपनाए और खान-पान संबंधी अपने व्यवहार मे परिवर्तन लाए. जिला स्वास्थ्य एवं पोषण प्रबन्धक सगीर रहमानी ने कहा कि जीविका मे गर्भवती महिला, धात्री महिला तथा सात से तेईस माह के बच्चों वाली महिलाओं के लिए विशेष रूप से कार्य किया जाता है.
उन्होने ने कहा कि हम अपने व्यवहार मे परिवर्तन लाकर और विविधता पूर्ण खाद्य सामाग्री का उपयोग कर आने वाली पीढ़ियों के लिए शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का रास्ता प्रसस्त कर सकते है. यह मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए भी आवश्यक है. प्रशिक्षक के रूप मे राणा प्रताप सिंह और धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि स्वस्थ्य जच्चा एवं बच्चा के लिए प्रथम एक हजार दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होते है.इस एक हजार दिन के अन्तर्गत गर्भवती महिला के लिए खाद्य विविधता को अपनाना, जन्म के तुरन्त बाद माँ का प्रथम पीला गाढ़ा दूध बच्चे को पिलाना, अगले छः माह तक बच्चे को केवल माँ का दूध पिलाना तथा सातवें महीने से बच्चे के दो वर्ष पूरा करने तक माँ के दूध के साथ विविधता पूर्ण ऊपरी आहार देना अति आवश्यक है.इस प्रशिक्षण के आयोजन मे स्वास्थ्य एवं पोषण पदाधिकारी अनिल कुमार एवं सुजीत कुमार की विशेष भूमिका रही.