जमुई: पंचायत चुनाव के बीच जमुई में पहली बार गन फैक्ट्री का उद्भेदन पुलिस ने किया है। पटना से आई टीम की सूचना पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी की गई। हरनाहा मोड़ के समीप मां अंबे रिबोरिंग की दुकान में पिस्टल बनाने का काम किया जा रहा था। इस दुकान में लेथ मशीन का वर्कशॉप पिछले दो सालों से चलाया जा रहा था। एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। लेथ वर्कशॉप से 30 अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद किया गया है। इन हथियारों का उपयोग पंचायत चुनाव में करने की तैयारी थी ताकि चुनाव में दहशत फैलाया जा सके। इस मामले में गिरफ्तार तीनों तस्करों से पूछताछ की जा रही है।
छे माह से चल रहा था कारोबार
एसपी पीके मंडल ने बताया कि यह कारोबार पिछले 6 महीने से जमुई में किया जा रहा था। गन फैक्ट्री की उद्भेदन होने के बाद आम लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया है। पहली बार जमुई में इस तरह के कारोबार का मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की जा रही है। बता दें कि लेथ का वर्कसॉप मुंगेर निवासी प्रमोद वर्मा चलाता है। पहले नगर परिषद के समीप लेथ की दुकान चलाता था। 6 माह पूर्व अपनी दुकान को हरनाहा मोड़ के समीप स्थापित किया था।
मुंगेर से जुड़े हैं तार
इस कारोबार के तार मुंगेर से जुड़े हैं। एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में दो मुंगेर के हैं जबकि एक लखीसराय है। यहां पिस्टल के पार्ट्स बनाए जाते थे और मुंगेर में ले जाकर एसेम्बल किया जाता था। वर्कशॉप से तीस अर्धनिर्मित के साथ एक तैयार पिस्टल भी बरामद किया गया है। शहर में छे माह से गन फैक्ट्री संचालित होने के सवाल को एसपी असहज हो गये।