परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के जलटोलिया गांव के मुर्तुजा अंसारी की पुत्री शहीदा खातून (23) के गले में फंदा लगाकर दहेजलोभियों द्वारा मौत के घाट उतार दिये जाने का मामला उजागर हुआ है. विदित हो कि थाना क्षेत्र के जलटोलिया के मुर्तुजा अंसारी की पुत्री शाहिदा खातून की शादी दो वर्ष पूर्व गोपालगंज जिले के मांझा थाना क्षेत्र के महुवआ टोला के हसनैन अंसारी के पुत्र शाह आलम से हुई थी.एक साल पूर्व शहीदा के पति शाह आलम की कोरोना से सऊदी अरब में हो गयी. इस एवज में कंपनी द्वारा शहीदा खातून को 20 लाख रुपये मिला था. हालांकि शहीदा ने 13 लाख रुपये अपनी सास नूरैशा खातून के खाते में ट्रांसफर्मर कर दिया.
बाकी सात लाख रुपये देने के लिए उसके ससुराल वाले दबाव बना रहे थे. वह अपने छह माह के बेटे के परिवरिश के लिए पैसा बचा कर रखी थी. लेकिन तभी से दहेजलोभियों की नजर उस रकम पर टिकी हुई थी. ससुराल वालों ने उसके शौहर की मौत के बाद उसके देवर नूर आलम से निकाह कर दिया. इधर मायके वालों का आरोप है कि रविवार की रात में सोते वक्त शहीदा खातून के गले में फंदा डालकर उसे मार दिया गया. सोमवार को जब शहीदा के पिता मुर्तुज़ा अंसारी को अपनी बेटी की मौत की सूचना मिली तो वे अपने परिजनों के साथ मांझा थाना पहुंचे व अपनी बेटी की हत्या का मामला दर्ज कराया. जिसमें शहीदा खातून के ससुर हसनैन अंसारी, दूसरे शौहर नूर आलम, सास नूरैशा खातून, ननद अफसाना खातून व नाजरीन खातून को आरोपित किया है. मायके वाले शहीदा का शव लेकर जलटोलिया आ गये, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.