पटना: भारतीय जनता पार्टी और JDU ने बिहार से अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट जारी कर दी है। BJP ने आधिकारिक तौर पर सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल के नामों पर मुहर लगाई है। वहीं JDU ने आरसीपी सिंह का टिकट काट कर झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष खीरु महतो को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। खीरु महतो झारखंड में JDU के विस्तार में लगातार लगे हुए थे। शंभू शरण पटेल का नाम सबसे चौंकाने वाला है।
हालांकि, शंभू शरण पटेल पुराने कार्यकर्ता हैं। इससे पहले वह पिछड़े पिछड़ा मोर्चा में सहसंयोजक थे। संजय जयसवाल की टीम में इनको प्रदेश मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी। अब भाजपा आलाकमान ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाकर सबको चौंका दिया है। भाजपा ने एक पुराने कार्यकर्ता के तौर पर शंभू शरण पटेल को टिकट दिया है।
हालांकि जातीय समीकरण की बात करें तो भाजपा ने शंभू शरण पटेल के जरिए कुर्मी कार्ड खेला है। शंभू शरण पटेल अवधिया कुर्मी हैं। और इनको राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर जेडीयू के सामने बड़ा प्रश्न खड़ा कर दिया है। सतीश चंद दुबे की बात करें तो विधायक रहे सतीश चंद्र दुबे को बीजेपी ने 2014 में बाल्मीकि नगर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। ब्राह्मण समाज से आने वाले सतीश चंद दूबे मोतिहारी और आसपास के इलाकों में अपनी अच्छी खासी पैठ रखते हैं।
लेकिन 2019 में इनकी सीट JDU के खाते में चली गई। इसके बाद सतीश चंद्र दुबे का टिकट लोकसभा से कट गया। सतीश चंद दुबे ने भाजपा में बगावत कर दी। डैमेज को कंट्रोल करने के लिए भाजपा ने आनन-फानन में सतीश दुबे को राज्यसभा सांसद बनाया था। लेकिन उनका टेन्योर मात्र 3 साल का ही था। अब एक बार फिर से भाजपा ने सतीश चंद्र दुबे को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाकर अगले 6 साल के लिए सांसद बनाएगी।
जनता दल यूनाइटेड ने भी अपने राज्यसभा उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। JDU ने झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष खीरु महतो को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। खीरु महतो झारखंड में JDU के विस्तार में लगातार लगे हुए थे। केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के टिकट को काटकर खीरू महतो को उम्मीदवार बनाया गया है। 2005 में खीरु महतो झारखंड के रामगढ़ के मांडू विधानसभा से जेडीयू के विधायक रह चुके हैं। 69 साल के खीरु महतो राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर जदयू में झारखंड में अपने संगठन को विस्तार करने का मजबूत दांव खेला है।