✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
जनता दल यूनाईटेड के प्रदेश मुख्यालय के निर्देश पर पार्टी की जिला इकाई द्वारा शुक्रवार को केंद्र सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान शुरू किया गया। इस दौरान संध्या में जदयू कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाल कर विरोध जताया। जुलूस का नेतृत्व जिलाध्यक्ष चन्द्रकेतु सिंह कर रहे थे। मशाल जुलूस शहर के फतेहपुर बाइपास मोड़ से जेपी चौक तक निकाला गया। उन्होंने कहाकि अभियान का मकसद केंद्र की बीजेपी सरकार के अनुसूचित जाति / पिछडा / अति पिछड़ा एवं अन्य कमजोर वर्ग विरोधी चेहरे को उजागर करना है। इसको लेकर वैसे तमाम मुद्दों को जनता के बीच ले जाने की कोशिश है।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि बीजेपी अगर जाति आधारित गणना की पक्षधर है तो उसने सुप्रीम कोर्ट में पहले हलफनामा दाखिल कर यह तर्क दिया कि जनगणना कराने का राज्यों को कोई अधिकार नहीं है फिर बाद में दूसरा हलफनामा दायर कर उसने राज्यों में जाति आधारित सर्वे कराने को लेकर अपनी अनापत्ति जाहिर की। इस तरह के हलफनामे दाखिल करने के पीछे असल में बीजेपी की मानसिकता क्या है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच थी कि जाति सर्वे कराने से समाज के सारे तबके के सामाजिक आर्थिक स्थिति का सही आकलन एवं उनकी आर्थिक स्थिति की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। जबकि बीजेपी इसकी सख्त विरोधी रही है।मशाल जुलूस में मुख्य रूप से जिला प्रवक्ता सुनील कुमार, हेमनारायण साह, इंद्रदेव पटेल, निकेश चंद तिवारी, मुर्तुजा अली कैसर, विनय सिंह,विजय वर्मा,रहमतुल्लाह अंसारी,फरीद अंसारी आदि उपस्थित थे।