राहुल चौधरी/सिवान: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना लॉकडाउन से लोगों का काम धंधा चौपट हो गया है. बढ़ती महंगाई ने भी लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा दिया है.लॉकडाउन के दौरान आटा, दाल, तेल में के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं. कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाया है. इसका असर बाजार पर पड़ने लगा है. खाद्य सामग्री से लेकर सरसों तेल, रिफाइंड आदि के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं. थोक से लेकर फुटकर दुकानदारों ने जरूरी सामानों के दाम बढ़ा दिए हैं. बाजार से मोहल्ले की दुकानों की पर हर सामन दो से पांच रुपये तक महंगा बेचा जा रहा है.
खाद्य सामग्री पर बढ़ी महंगाई से घर का बजट गड़बड़ाने लगा है. महंगाई की मार से सबसे ज्यादा मध्यम एवं गरीब तबके के लोग प्रभावित हैं. क्योंकि कोरोना के कारण एक तरफ जहां काम धंधा प्रभावित है तो दूसरी तरफ बढ़ती महंगाई ने आम आदमी के सामने रोटी का संकट खड़ा कर दिया है. गृहिणी किरण देवी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बेतहाशा महंगाई बढ़ी है. सरसों का तेल से लेकर दाल की कीमत आसमान पर हैं. बढ़ती महंगाई से रसोई का बजट गड़बड़ाने लगा है. इससे थाली सूनी होने लगी है. वहीं नेहा देवी ने बताया कि कि महंगाई ने तो रिकार्ड ही तोड़ दिया. बाजार में हर चीज महंगी है. खाद्य सामग्री के रेट काफी बढ़ गए हैं. बढ़ी कीमतों के कारण थाली की रौनक कम होने लगी है.