बच्चों का भविष्य लटका अधर में
परवेज अख्तर/सिवान: जीरादेई प्रखण्ड के ठेपहा पंचायत के वार्ड नम्बर सात में लगभग चार वर्षों से भवन के अभाव में आंगनवाड़ी केंद्र बंद है. पंचायत के वार्ड नम्बर सात दलित बस्ती है. यहां के बच्चो का भविष्य अधर में लटका हुआ है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दलित बस्ती में आंगनबाड़ी केंद्र लोहिया भवन में चलता था. लेकिन कुछ तकनीकी गड़बड़ी के वजह से लगभग चार वर्षों में यह आंगनबाड़ी केंद्र बंद है. ग्रामीणों ने आरोप लगया की इसकी शिकायत कई बार बीडीओ तथा सीडीपीओ से की गई है। लेकिन उन अधिकारियो से हमेसा जांच की बात बता कर मामले को टाल दिया जाता है. मंगलवार को स्थानीय लोगो ने आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंच कर लोगों ने जमकर हंगामा किया. लोगों ने आरोप लगाया कि यह आंगनबाड़ी केंद्र केवल कागज में ही चल रहा है.
तथा सेविका व सहायिका चार वषों से घर बैठे पैसा ले रही है. ग्रमीणों ने बताया कि बच्चों को खिलाने के लिए जो सरकार के तरफ से पोषाहार मिलता है, उसका भी सेविका, सहायिका तथा स्थानीय अधिकारियो के मिली भगत से बंदरबांट हो जाता है. ग्रामीण रवि राम, ज्ञानती देवी, रईस खान, मोनू बैठा, राधिका देवी, जयमाला देवी, सुनीता देवी सहित कई लोगो ने आरोप लगाया कि स्थानीय सीडीपीओ के मिली भगत से यह आंगनबाड़ी केंद्र बन्द है. तथा पैसा और पोषाहार का उठाव प्रतिमाह सीडीपीओ के मिलीभगत से हो रहा है. सीडीपीओ संजीव प्रियदर्शी ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में नही था। लेकिन इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. जो भी भी दोषी होंगे उनके खिलाफ विभागीय करवाई की अनुशंसा की जाएगी.