शिव-गौरी योग में भक्तों ने किया जलाभिषेक
परवेज अख्तर/सिवान: सावन की शिवरात्रि पर मंगलवार को शिवालयों में पहुंचकर भक्तों ने आस्था के जल से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. देर रात से ही शिवालयों पर भक्तों की लंबी कतार लग गईं.तड़के चार बजे से ही शिवालयों में जलाभिषेक शुरू हो गया था. फल फूल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, मिष्ठान आदि चढ़ाकर भक्तों ने अपने देवों के देव महादेव का पूजन अर्चन कर स्वयं के साथ ही लोक कल्याण की कामना की. शिवालयों में ”ऊँ नम: शिवाय” मंत्र के साथ साथ ”बम बम भोले” के जयकारों की गूंज रही थी.
भक्तों ने शिवरात्रि पर बने शिव गौरी योग में भोलेनाथ की पूजा अर्चना की. पंडित अवध किशोर ओझा के मुताबिक श्रावण मास और शिवरात्रि विशेष रूप से भगवान शिव की भक्ति को समर्पित है. शिवरात्रि पर भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोमनाएं पूरी होती हैं. इस दिन व्रत करने से मुश्किल कार्य आसान हो जाते हैं और भक्त की सारी समस्याएं दूर होती हैं. शिव की पूजा करने से बाधाएं समाप्त होती हैं और जीवन में सुख व समृद्धि आती है. मान्यता है कि चातुर्मास में भगवान शिव पृथ्वी का भ्रमण करते हैं और अपने भक्तों की सूचना लेते हैं.भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं.