परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जीरादेई प्रखंड के तितिरा गांव में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि मनाई गई। मौके पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके आदर्शों को आत्मसात करने पर बल दिया गया। इस मौके पर आज की राजनीतिक संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में उसके महत्व पर विचार विमर्श किया गया। इस पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सृजन अभियान के महासचिव डा. ललितेश्वर कुमार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री शुचिता, सादगी और सरलता के प्रतिमूर्ति थे। अपने सरल और सादगी मय व्यक्तित्व से देश की राजनीतिक संस्कृति को एक नई दिशा दी।
आज की राजनीतिक संस्कृति को शास्त्री जी से सीख लेते हुए देश की जनता के संवेदनापूर्ण सेवा के लिए प्रयास करना चाहिए। इस मौके पर बौद्धिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक डा. गणेश दत्त पाठक, जिलाध्यक्ष अशोक कुमार राय, राजन तिवारी, अजीत तिवारी, डा. प्रेम शर्मा, रेयाजुल हक, धर्मनाथ साह, मनोज कुमार आदि ने भी अपना-अपना विचार व्यक्त किया। डा. गणेश दत्त पाठक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री सदैव कहा करते थे कि हम सभी को अपने– अपने क्षेत्रों में उसी समर्पण, उसी उत्साह और उसी संकल्प तथा उसी भावना के साथ काम करना होगा, जो रणभूमि में एक योद्धा को प्रेरित और उत्साहित करती है। इस मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।