परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जीरादेई प्रखंड क्षेत्र के भरौली गांव में चल रहे प्रतिष्ठात्मक श्रीमारुति नंदन महायज्ञ में तीसरे दिन बुधवार को कथावाचिका मनीषा नंदिनी ने शिव-पार्वती विवाह प्रसंग का जीवंत मंचन कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया. कहा कि श्रद्धा स्वरूप माता पार्वती का चरित्र भारतीय नारियों के लिए अनूठा मिशाल है. यह विवाह स्त्रियों व संपूर्ण समाज के लिए कूल व परिवार की मर्यादा की रक्षा कर धर्म व संस्कार की कैसे स्थापना की जाए, इसका जीवंत उदाहरण है. बताया कि प्राण बिना शरीर वैसे ही निरर्थक है, जैसे संस्कार बिना जीवन. यह विवाह कई मायनों में अद्वितीय व अद्भुत है.
मां पार्वती की अटल इच्छाशक्ति का वर्णन करते हुए बताया कि सबके विरोध के बावजूद उन्होंने भगवान शिव की वंशावली, वेशभूषा, रहन-सहन, विजातीय बाराती आदि तमाम तथ्यों को नजरअंदाज करते हुए वैदिक रीति रिवाज व संस्कारों की परिधि में रहकर विवाह किया. मौके पर मुख्य यजमान वीर बहादुर सिंह व उषा सिंह सपत्नीक यज्ञ मंडप में बैठकर पूजा अर्चना की. अनुष्ठान को सफल बनाने में रामाजी सिंह, संतोष सिंह, अजय सिंह, अवधकिशोर सिंह, कमलावास दुबे, वीरेंद्र यादव, मिथिलेश यादव, संजय यादव, चंदन यादव, संजीत सिंह, सुमित सिंह, आयुष सिंह, विश्वास सिंह, साहसी सिंह, मोनिका सिंह, रवि शंकर यादव, मंटू, वीजेंद्र, नमन, अंकुश, नीरज समेत समस्त क्षेत्रवासी अहम भूमिका निभा रहे हैं.