परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जीरादेई प्रखंड क्षेत्र में शारदीय नवरात्रि पूरे आस्था व विश्वास के साथ मनाया जा रहा है। सभी घरों व मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना हो रही है। इस दौरान शनिवार को भरौली मठ परिसर में आचार्य सर्वेश उपाध्याय ने कहा कि 10 दिन व्रत व उपवास रखने का अर्थ अपने विकारों के त्याग करने से है, उन्होंने कहा कि प्रथम दिन हम प्रण करते हैं कि अपना सारा गुस्सा छोड़ दूंगा, दूसरे दिन लोगों को जज करना बंद कर दूंगा, तीसरा दिन अपनी सारी परेशानियां छोड़ दूंगा, चौथा दिन खुद को व सभी को माफ कर दूंगा, पांचवें दिन खुद को और हर एक को स्वीकार करूंगा, छठा दिन खुद को और सभी को बिना शर्त प्यार करूंगा.
सातवां दिन ईर्ष्या और अपराध की अपनी सारी भावनाओं को छोड़ दूंगा, आठवां दिन अपने सारे डर को छोड़ दूंगा, नौवां दिन उन सभी चीजों के लिए आभार प्रकट करूंगा जो मेरे पास है और जो मुझे मिलेगी एवं 10वां दिन सभी के लिए ब्रह्मांड में बहुतायत है और मैं हमेशा एक ही टैप करूंगा और बिना शर्त प्यार, साधना, निष्काम सेवा, विश्वास, स्वाभिमान के माध्यम से जो चाहता हूं वह बनाऊंगा। आचार्य ने कहा कि यही दस रोज का दस साधना है जो इसे जीत लेता है वहीं आत्मा की शुद्धि के लिए वास्तविक उपवास का पात्र होता है। इस मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।