- समुदाय के लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए कर रही है जागरूक
- जीविका समूह से जुड़कर खुद आत्मनिर्भर बनी शोभा देवी
- लॉकडाउन में पति कीनौकरी जाने के बाद उत्पन्न हो गयी आर्थिक समस्या
- हर चुनौती से लड़ने को तैयार हैं जीविका समूह की सदस्य
छपरा । कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में महिलाएं हर स्तर पर अपना योगदान दे रही हैं|चाहे वह डॉक्टर हों, नर्स, पुलिसकर्मी या गृहणी। गली-मुहल्लों में कोरोना की जांच, मरीजों की सेवा से लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने, मास्क सहित हर स्तर पर महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इन विषम परिस्थितियों में महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र में काम कर रही हैं। कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं, जो भले ही राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां न बटोर पाई हों, लेकिन कोरोना के विरुद्ध युद्ध में उनका योगदान किसी योद्धा से कम नहीं रहा। कोरोना के खिलाफ जंग में जीविका दीदी भी कदम से कदम मिलाकर काम कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इस वायरस के लक्षण एवं बचाव के तरीकों को लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं ने बीड़ा उठाया है।
एक तरफ जहां करोना से देश परेशान है, वही दूसरी तरफ इस लड़ाई को आसान बनाने में जीविका दीदी सामने आ रही है और इसका सीधा फायदा समाज के एक बड़े समूह को पंहुच रहा है । इसका उदाहरण एकमा प्रखंड के परसा पूर्वी पंचायत के सेंदुआर गांव की रहने वाली जीविका सदस्य शोभा देवी है l बात उस समय की है जब शोभा देवी के पति कमल किशोर सिंह हरियाणा के एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे और करोना महामारी के कारण फैक्ट्री बंद हो गई और उन्हें फैक्ट्री से निकाल दिया गया। कमल किशोर के पास घर आने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं था। काम बंद होने के कारण पूरे परिवार संकट में आ गया. घर की आर्थिक स्थिति दिन व दिन ख़राब होते जा रही थी। कमल किशोर किसी प्रकार घर आ गये तो उन्हें 14 दिन क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया। उसके बाद वह गावं में ही खेती करने लगे।इसी दौरान शोभा देवी को कोरोना से बचने के बारे में जीविका के सीएनआरपी (कम्युनिटी न्यूट्रिशन रिसोर्स पर्सन )और एमआरपी (मास्टर रिसोर्स पर्सन )दीदी द्वारा जानकारी दी गयी। जीविका के सीएम दीदी द्वारा कोरोना से बचाव से सम्बंधित लीफलेट मिला। तब वह सब से जानकारी इक्कठा करके उन्होंने समाज को स्वस्थ और मजबूत बनाने की दिशा में काम करने लगी।
सामाजिक जिम्मेदारियों का निवर्हन कर रही है जीविका दीदी:
शोभा देवी जीविका समूह से जुड़कर लोगो को करोना वायरस सक्रमण के बारे में जागरूक कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भी निभा रही है। लोगो को हाथों की नियमित धुलाई , बदलते मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान , खांसते या छिकते समय मुह व नाक पर कपड़ा रखने, सामाजिक दुरी के तहत 2 गज दूरी का पालन करने, और मास्क इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही है। संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर इसकी सूचना मुखिया को या राज्य के टोलफ्री नंबर पे काल करके जानकारी दे रहीं है। बाहर से आये सभी प्रवासियो को मुखिया और वार्ड सदस्य से मिलकर आइसोलेसन सेंटर मे रखवाने और उनकी जाँच कराने मे , राशन कार्ड बनवाने में सहायता किये , पोषण बगीचा लगाने इत्यादि जानकारी पहले अपने घर ,पड़ोसियों के साथ राधा एसएचजी के सभी दीदी के परिवार को दिया। अब समुदाय के लोगो को निरंतर जागरूक करने का काम कर रही है।
एक आदर्श नारी के रूप में खुद को स्थापित की:
शोभा देवी जीविका समूह से जुड़कर सामाज के साथ-साथ अपने घर का भी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। शोभा देवी कहती है जीविका से जुड़ने के बाद उसने लोन लिया और एक गाय खरीदी जिससे अपना जीवन गुजर-बसर कर रही है। पति भी अब खेतों में काम कर रहे हैं। बहू होने के बावजूद घर की दहलीज को पार कर उसने सामाज में अपनी एक अच्छी पहचान बनाने जुटी है। आज शोभा देवी अपने ग्राम के लिए एक आदर्श नारी के रूप में अपनी छवि स्थापित की है I जीविका महिला स्वयं सहायता समूह बनाये गए है, जो महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त करने का कार्य कर रहा है। कोरोना काल में जीविका समूह द्वारा लोगों को कोरोना पर जागरूक करने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। जिससे इस संक्रमण के फैलाव को रोकने में और आम लोगो को जागरूक करने के काफी मदद मिल रही है।
हर चुनौती का सामना करने को तैयार:
शोभा देवी ने बताया उनकी हरसंभव कोशिश रही है कि हर घर में पहुंचकर लोगों को जागरूक किया जा सके. संक्रमण काल में लोगों को जागरूक करना उनकी जिम्मेदारियों में प्रमुखता से शामिल रहा है. जीविका ने इस कार्य के लिए हमें सशक्त किया है। उन्होंने बताया संकट की इस घडी में जीविका दीदियां हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। लीफलेट के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की जिम्मेवारी दी गई है। लीफलेट में प्रदर्शित तस्वीरों और कोरोना से बचने के उपायों को पढ़कर और समझकर लोगों को जागरुक कर रही है।