परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिले के महाराजगज अनुमंडल मुख्यालय के सुप्रसिद्ध बाला जी मठ परिसर में पंचकुंडीय श्री हरिहरात्मक महायज्ञ में अयोध्या धाम से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक श्री अवधेश शरण जी महाराज ने मंगलवार संध्या श्री राम चरित्र मानस कथा का चरित्र चित्रण करते हुए श्रोताओं को कथा श्रवण करने की महत्ता को बताया अपने कथा के क्रम में श्री अवधेश शरण जी महाराज ने बताया कि पूज्य गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने राम चरित्र मानस में इस बात का वर्णन किया है कि जब कथा श्रवण करने के लिए स्वयं भगवान भोलेनाथ आए थे उनके साथ सती पधारी थी और कथा में तो बैठी थी परंतु कथा का श्रवण नहीं करती थी यानी मन दूसरे जगह था ऐसे में गोस्वामी दास ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं। यज्ञ स्थल पर बने पंडाल जहां कथा चल रही थी मंच से अवधेश शरण जी महाराज ने कहा कि जो भक्तगण कथा सुनने आते हैं वह दिल से कथा का श्रवण करते हैं उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है, कथा का श्रवण करने वाला कभी निराश नहीं होता है। मंगलवार रात्रि रासलीला की झांकी अद्भुत प्रस्तुत की गई उपस्थित भक्तगण ने करतल ध्वनि से झांकी की प्रस्तुति की सराहना किया। संगीतमय रासलीला का आयोजन इतने भव्य रूप से पहली बार महाराजगंज में आयोजित की गई है।यज्ञ स्थल के अगल-बगल आधुनिक युग के झूले ,नाव के रूप का झूला तथा लक्ष्मण झूला के अलावे मीना बाजार के सामान शुद्ध देसी घी में बने मिष्ठान की भी बिक्री निजी दुकानदारों के द्वारा लगाई गई है जहां भक्तगण अपनी इच्छा अनुसार मिष्ठान खरिदकर ग्रहण भी करते हैं , वही बाला बाबा मठ के सौजन्य से पूज्य स्वामी बद्री नारायण दास जी महाराज के सानिध्य में यज्ञ में सम्मिलित सभी भक्तों के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था समयानुसार की गई है।वही सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष भक्तजन मौजूद रहे।
जो राम का नही ओ किसी काम का नहीं —अवधेश शरण
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