नई दिल्ली: JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। दोनों युवा नेताओं की पार्टी में एंट्री पर खुद मौजूद रहकर राहुल गांधी ने बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। कन्हैया ने कहा देश की सबसे पुरानी और लोकतांत्रिक पार्टी में शामिल हो रहा हूं ताकि मैं आपको बता दूं कि कांग्रेस नहीं है तो देश नहीं। देश को गांधी जी के विचार, भगत सिंह की वीरता और आंबेडकर के संविधान की जरूरत है।
सूत्रों के मुताबिक कन्हैया कुमार को कांग्रेस के निकट लाने में सबसे बड़ी भूमिका बिहार के विधायक शकील अहमद खान ने निभाई है. बताया जा रहा है कि कन्हैया से उनका अच्छा तालमेल है और उन्होंने ही राहुल गांधी से कन्हैया कुमार की मुलाकात करवाई थी. दरअसल नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ आंदोलन में भी शकील बिहार में कन्हैया के साथ घूम रहे थे. हालांकि, इसमें चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का भी अहम भूमिका रही है। दरअसल पीके की गाइडलाइन के तहत राहुल गांधी युवा नेताओं की नई टीम बना रहे हैं. उनमें कन्हैया की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है. माना जा रहा है कि कांग्रेस कन्हैया कुमार का यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में कई स्तरों पर उपयोग करना चाहती है।
मूल रूप से बिहार से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया जेएनयू में कथित तौर पर देशविरोधी नारेबाजी के मामले में गिरफ्तारी के बाद सुर्खियों में आए थे. वह पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ भाकपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे, हालांकि वह हार गए थे. दूसरी तरफ, दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जिग्नेश गुजरात के वडगाम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं।
कांग्रेस में एंट्री के बाद कन्हैया ने कहा कि इस देश में कुछ लोग इस देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्य, वर्तमान और भविष्य खराब करने में लगे हैं। देश की सबसे पुरानी लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल होना चाहते हैं। कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कन्हैया ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि देश और लोकतंत्र खतरे में है। पार्टियां तो बनती रहेगी पार्टियों की कमी है क्या पार्टी नहीं बचाना है देश बचाना है। देश बचाने के मुहिम में जो पार्टी रहेगी वही बचेगी। कन्हैया ने बताया कि बीजेपी को मैं सिरियसली नहीं लेता पार्लियामेंट में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस पार्टी है।