परवेज अख्तर/सिवान : जिले के दारौंदा प्रखंड स्थित केनरा बैंक के कर्मियों ने गुरुवार को आरपीएफ की सहायता से बैंक से फर्जी निकासी करने वाले एचएसबीसी के कर्मी को नाटकीय ढंग से पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़ा गया व्यक्ति केनरा एचएसबीसी का स्टाफ राजीव कुमार है। शाखा प्रबंधक वीरेंद्र कुमार सिंह ने पुलिस को बताया कि राजीव कुमार एचएसबीसी का स्टाफ है। बैंक में प्रायः आता था। गुरुवार को मौर्य एक्सप्रेस से बैंक के शाखा प्रबंधक आ रहे थे तभी राजीव कुमार को ट्रेन में देखा तो वह भागने लगा। तब तक स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से दूसरे बोगी से पकड़ा गया। राजीव कुमार ने बैंक में आए कुछ अन्य खाताधारकों के पर्सनल चेक निकाल लिए। रसूलपुर निवासी खाताधारक अनवर के अकाउंट से 4 अक्टूबर को दो लाख 70 हजार रुपये चोरी कर चेक से एनईएफटी दूसरे खाते में कराया गया। मैसेज मिलने पर अनवर के भाई ने 5 अक्टूबर को बैंक आकर पूछताछ की। बैंक कर्मियों ने आइडीबीआई बैंक से संपर्क कर रुपया वापस मंगा लिया गया। चोरी गए चेक से 4 और 5 अक्टूबर को सिरसांव निवासी फरजाना खातून के खाते से 49-49 हजार रुपये निकाल लिए गए। 23 अक्टूबर को फरजाना खातून के पिता ने पासबुक प्रिंट करवाने के बाद फर्जी निकासी का पता चला। उपभोक्ताओं को नहीं मिला चेक इसके बाद भी दो-दो बार 49 हजार की निकासी हो गई। बैंक से ही चेक बुक हो गया गायब। मैसेज भी नहीं आया। चेकबुक लेने के लिए आवेदन जून 2018 में बैंक को दिया। बैंक में दिखा रहा हैं कि जुलाई 2018 में चेक आ गया था। इसके बाद अक्टूबर माह में निकासी भी हो गई। शाखा प्रबंधक ने गुरुवार को राजीव कुमार को बैंक कर्मी व आरपीएफ की सहायता से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। शाखा प्रबंधक ने राजीव कुमार के खिलाफ करवाई के लिए पुलिस को लिखित आवेदन दिया है। राजीव कुमार ने दारौंदा पुलिस को बताया कि वह एचएसबीसी का स्टाफ है। इंश्योरेंस करने प्रायः बैंक में आता है। बैंक में वह सभी कार्य शाखा प्रबंधक की सहमति से ही करता था, जबकि शाखा प्रबंधक ने बताया कि जिस दिन एचएसबीसी से इसे हटा दिया गया उस दिन से मैंने बैंक में काम नहीं करने दिया हूं।
केनरा बैंक से फर्जी निकासी मामले में कर्मी गिरफ्तार
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