लकड़ी नबीगंज: सड़क दुर्घटना में बाइक मिस्त्री नजरे आलम उर्फ साधु की मौत, स्वजनों में मचा कोहराम

0

परवेज अख्तर/सिवान: जिले के लकड़ी नबीगंज ओपी क्षेत्र के उजैना गांव के एक युवक की सोमवार की शाम गोपालगंज के बैकुंठपुर में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस घटना के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। मृतक की पहचान उजैना निवासी रबुजान मियां के पुत्र नजरे आलम उर्फ साधु के रूप में हुई है। इस घटना के बाद पत्नी शबनम खातून, मां मैमुल खातून समेत अन्य स्वजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। इस मामले में मृतक के पिता ने अज्ञात ट्रक चालक के विरुद्ध प्राथमिकी कराई है।बताया जाता है कि नजरे आलम उर्फ साधु राजापट्टी के समीप मोटर गैरेज खोलकर बाइक रिपेयरिंग का काम करता था। वह सोमवार की शाम अपनी दुकान बंद कर बाइक से दिघवा दुबौली होकर घर लौट रहा था तभी मशरख- महम्मदपुर मुख्य पथ एनएच 90 पर बैकुंठपुर ब्लाक मोड़ के समीप तेज गति से जा रहे ट्रक की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया।

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

घटना के बाद ट्रक चालक वाहन के साथ महम्मदपुर की ओर भागने में सफल रहा। स्थानीय लोगों ने घायल को इलाज के लिए बैकुंठपुर अस्पताल में भर्ती कराया जहां से चिकित्सकों ने घायल की स्थिति गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद गोपालगंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया तथा गोपालगंज सदर अस्पताल से गोरखपुर रेफर कर दिया गया। गोरखपुर जाने के दौरान रास्ते में उसकी मौत हाे गई। गोपालगंज पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव मंगलवार की सुबह घर पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। पत्नी शबनम खातून, मां मैमुल खातून, पिता रबुजान मियां, बड़ा भाई अफरोज आलम, चाचा इदरीश मंसूरी, दादा अकबर आलम समेत अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

इस दौरान पत्नी व मां रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। आसपास की महिलाएं उसे किसी तरह संभाल रहीं थी। स्वजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। मृतक के दरवाजे पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि नजरे आलम उर्फ साधु मृदुभाषी व मिलनसार युवक था और वह राजापट्टी कोठी स्थित मोटर गैरेज खोलकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। उसे एक वर्ष की पुत्री सूफिया है। वह दो भाइयों में छोटा था। घटना की जानकारी होते ही सरपंच सुरेश सिंह, पूर्व मुखिया योगेंद्र यादव, समाजसेवी इदरीस मंसूरी, मुकेश कुमार यादव आदि स्वजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।