- आर्मी मैन कश्मीर में है तैनात
- 15 पहले आर्मी के हवलदार और डेढ़ माह पहले कस्टम इंस्पेक्टर के घर हुयी थी चोरी
परवेज अख्तर/सिवान: 15 दिन पहले गुठनी के टेकनिया गांव निवासी आर्मी के हवलदार तथा डेढ़ माह पहले हुये इसी गांव के कस्टम इंस्पेक्टर के घर चोरी की घटना के संबंध में पुलिस अभी किसी नतीजे पर नही पहुची की शनिवार रात्रि चोरों ने जमुआंव गांव निवासी सह कश्मीर बार्डर पर तैनात आर्मी मैन के घर चोरों ने धावा बोल दिया और घर का ताला तोड़कर लाखो की चोरी कर लिया. गुठनी थानाक्षेत्र के जमुआंव गांव निवासी स्व मुक्तिनाथ साह के पुत्र आर्मी मैंन बबूलाल गुप्ता के घर का ताला तोड़कर चोरों ने घर अंदर के सारे अलमीरा और बक्शे को तोड़ा है और सारे स्वर्णाभूषण सहित कीमती सामानों की चोरी की है.घटना की जानकारी रविवार सुबह घटनास्थल के पास ही नहर किनारे बिखरे सामानो से ग्रामीणों को हुयी और उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
ग्रामीणों से मिली सूचना पर थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने एसआई राजेश कुमार को घटनास्थल पर भेज कर जांच पड़ताल करवाया.आर्मी मैन के घर मे शनिवार की रात्रि हुयी इस चोरी की घटना के समय घर मे कोई सदस्य नही था.गृहस्वामी बाबूलाल गुप्ता कश्मीर बार्डर पर तैनात है तथा उनकी पत्नी सुनीता देवी अपने दोनों बेटे संग उनकी पढ़ायी के निमित्त ग्वालियर में है.बाबूलाल के अन्य तीन भाई गांव के पुराने मकान में रहते है.बाबूलाल के एक भाई विदेश है तथा एक भाई दिव्यांग है.चोरों ने घर मे किसी के नही होने से आस्वस्त होकर शनिवार की पूरी रात सभी कमरो के ताला को तोड़ा और फिर अलमीरा बक्सों को तोड़कर स्वर्णाभूषण व कीमती सामानो की चोरी की और बक्शे तथा अटैची को घर के बाहर नहर किनारे फेक दिया है.
डेढ़ माह में तीन भीषण चोरी की घटना और तीनों घटनायें अधिकारियों के घर
गुठनी के जमुआंव गांव के आर्मी मैन के घर शनिवार रात्रि हुयी भीषण चोरी की घटना डेढ़ माह में आर्मी मैन व कस्टम इंपेक्टर के घर हुयी चोरी सहित तीसरी घटना है.तीनो ही चोरी के मामलो में चोरों ने गृह स्वामियों के घर मे नही रहने का लाभ उठाया है और इत्मीनान से एक एक कमरे को तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया है.शनिवार को जिस घर मे चोरी हुयी है उस घर के सदस्य भी बाहर है.
गत 5 जनवरी को गुठनी के टेकनिया गांव निवासी आर्मी के हवलदार राकेश मिश्र के घर हुयी भीषण चोरी के समय भी घर मे कोई नही था.राकेश मिश्रा भटिंडा में पदस्थापित है और उनका परिवार बच्चों की पढ़ायी के लिये कानपुर में था.उसी तरह गत 27 नवंबर को टेकनिया गांव के दो घरो में भीषण चोरी हुयी थी.तीनो ही घटनाओं में स्थित एक जैसी है.नवंबर में हुयी कस्टम इंस्पेक्टर के घर हुयी चोरी की घटना के समय उनके भी परिजन बच्चों के पढायी के लिये बाहर रहते है और चोर उसी तरह घटना को अंजाम दिया था जिस तरह शनिवार को आर्मी मैंन के घर अंजाम दिया है. ग्रामीणों का कहना है चोरी की घटनाये लगातार हो रही है मगर पुलिस चोरों तक पहुचने के लिये कुछ नही कर रही है जिससे उनका मनोबल बढ़ता जा रहा है.