पटना: बिहार उपचुनाव के दोनों सीटों पर आज प्रचार का शोर थम गया। प्रचार के आखिरी दिन आज राजद सुप्रीमो लालू यादव चुनावी मैदान में उतरे। लालू यादव छह सालों के बाद आज जनता के बीच प्रचार के लिए उतरे। उन्होंने पहले तारापुर और फिर कुशेश्वर स्थान में सभा को संबोधित किया। कुशेश्वरस्थान विधानसभा के झझरा उच्च विद्यालय में चुनावी सभा में लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला किया. लालू ने कहा- नीतीश सुन लो, हम बदला लेंगे। हुंकार भरते हुए कहा कि नीतीश कुमार डर गये हैं। कह रहे हैं लालू यादव गोली मरवा देगा। लालू प्रसाद को अब यही काम बचा है। जब उनके पास कम विधायक था उस समय में हम उनको सीएम बनाये। उन्होंने मेरे साथ क्या किया।
लालू ने कहा कि इलाज के अभाव में कोरोना से एक लाख लोगों की मौत हो गई, बिहार में झोला छाप डॉक्टरों ने ही लोगों को ठीक करने का काम किया है। सरकार में रहते हुए उन्होंने इस इलाके के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थी पर नीतीश कुमार ने उनकी घोषणा पर अमल नहीं होने दिया। इस दौरान लालू यादव में महंगाई की चर्चा करते हुए कहा कि कड़ुा तेल का दाम आसमान छू रहा है। मोदी ने नोटबंदी करके देशवासियों को परेशान किया है। 15-15 लाख देने का वादा मोदी ने पूरा नहीं किया। हमारी सरकार ने खाद्य योजना ली थी, पर अभी जनता को दाल नहीं मिल रहा है। सारा दाल सरकार पी गई है।
लालू ने कहा कि पूरे बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव का बना दिया था मुख्यमंत्री। हर जाति धर्म के लोगों ने वोट किया था। हमको तो इ लोग जेल में भिजवा दिया था कि लालू यादव निकले नहीं, तले हम मार दें बाजी, लेकिन, हमारा तेजस्वी यादव ने घूम-घूमघूमकर आपको जगाया. हमारे जीते प्रत्याशियों को हराया। आठ एमएलए का घोटाला मार दिया। 15 उम्मीदवार को दस वोट से हरवा दिया। इसका बदला हम लेंगे। जो बेईमानी किया उसका हिसाब करेंगे, उसे सीधा करेंगे।
इससे पहले तारापुर में लालू यादव ने मुख्यमंत्री के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि लालू कुछ नहीं कर सकते, गोली मरवा सकते हैं। लालू यादव ने कहा कि दरअसल नीतीश जनता की भीड़ को देखकर घबरा गए हैं। लालू ने बुधवार को सभा मंच से विसर्जन का मतलब भी समझाया। ईदगाह मैदान में राजद प्रत्याशी अरुण कुमार साह के पक्ष में चुनावी सभा में लालू ने कहा कि हमने पटना आकर यह बयान दिया था कि तेजस्वी ने सरकार का बहुत कुछ बिगाड़ रखा है। बाकी जो कुछ बचा है, उसका हम विसर्जन कर देंगे। इस बयान का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में ना बम चलेगा, ना गोली और न गोला चलेगा, जीतेगा भोला। भोला का मतलब भीड़ से रहा। लालू ने जोर देकर कहा कि राजनीति के क्षेत्र में हमने नीतीश कुमार की जितनी मदद की है, उतनी किसी ने नहीं की है।
राजद सुप्रीमो ने कहा कि नीतीश कुमार हर बार उन्हें धोखा दे गए। राजद की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर नीतीश घबरा गए हैं। लालू का काम किसी को गोली मरवाना नहीं है। राज्य सरकार की जो हालत है, उसमें नीतीश स्वत: मर जाएंगे। लालू में अपने भाषण में फिर भोजपुरी के गाने ‘लागल-लागल झुलनिया में धक्का, बलम कलकत्ता चलत’ को दोहराया। इसका मतलब उन्होंने यह बताया कि इस सरकार का जाना तय है। लालू ने यह भी कहा कि जिस तरह लाल कपड़ा देखकर सांढ़ भड़कता है, आजकल उसी तरह नीतीश कुमार भड़कने लगे हैं। वे सिद्धांत की राजनीति नहीं करते।