20 को बिहार आएंगे लालू यादव, तारापुर और कुशेश्वरस्थान में करेंगे चुनाव प्रचार, तेजप्रताप ने विधायक दल की बैठक से बनाई दूरी

0

पटना: राजधानी पटना में शुक्रवार को राबड़ी आवास पर तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में राजद विधायक दल की बैठक की गई। इस बैठक में राज्य में होने वाले दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। वहीं लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव इस बैठक में शामिल नहीं हुए। बैठक के बाद राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 20 अक्टूबर को लालू यादव बिहार आ रहे हैं।

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

राजद प्रवक्ता ने बताया कि स्टार प्रचारकों की सूची में लालू यादव का नाम है तो वह चुनाव प्रचार में शामिल होंगे ही। इसके लिए वह बिल्कुल फिजिकल रूप में हमारे साथ मौजूद रहेंगे। अब वर्चुअली जुड़ने का सवाल ही नहीं है। बता दें कि राजद की तरफ से उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी की गई है। 20 सदस्यीय सूची में एक ओर जहां तेजप्रताप यादव का नाम गायब था। वहीं राजद सुप्रीमो का नाम सबसे ऊपर था। इसी के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वह उपचुनाव से पहले ही बिहार पहुंच जाएंगे।

उपचुनाव में कांग्रेस का प्रचार कर सकते हैं तेजप्रताप

लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव राजद से बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने अपने छोटे भाई और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को लक्ष्य कर गत 2 अक्टूबर को आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उनके पिता और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को बंधक बना लिया है। ताजा सियासी घटनाक्रम में वह चार दिन पहले कांग्रेस नेता अशोक राम से उनके घर पर जाकर मिले थे। हालांकि, इसका खुलासा गुरुवार को हुआ। इस मुलाकात से समझा जा रहा है कि तेजप्रताप कुशेश्वरस्थान सीट के लिए हो रहे उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर सकते हैं। वहां अशोक राम के बेटे अतिरेक कुमार कांग्रेस प्रत्याशी हैं। राजद ने वहां से गणेश भारती को अपना उम्मीदवार बनाया है।

बता दें कि उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान से राजद प्रत्याशी देने के सवाल पर ही कांग्रस से उसका गठबंधन टूटा है। आमचुनाव में इस सीट से कांग्रेस के अशोक राम महागठबंधन प्रत्याशी थे और बहुत कम मतों से हारे थे। कांग्रेस उपचुनाव में भी इस सीट से अपना उम्मीदवार देना चाहती थी। उधर, राजद विधायक तेज प्रताप यादव काफी समय से राजद में विक्षुब्ध चल रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर हिटलरशाही का आरोप लगाया। फिर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा और अब राजद के खिलाफ प्रचार करने पर उतारू हैं। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बुधवार को हाजीपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि तेजप्रताप यादव राजद में नहीं हैं। वह खुद ही राजद से निकल गए हैं। उनका अपना संगठन है। बहरहाल, लालू परिवार में सत्ता संग्राम अब सतह पर आ गया है।